बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति ने आरोप लगाते हुए कहा कि बल्ह हवाई अड्डे को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर किसानों को विश्वास में लिए बिना एकतरफा फैसले ले रहे हैं। अपनी जमीन को कौड़ियों के भाव लुटाने के खिलाफ किसानों का संघर्ष जारी रहेगा। मुख्यमंत्री के साथ वार्ता का 9 नवंबर तक का इंतजार किया जाएगा। यदि 9 नवंबर तक मुख्यमंत्री ने समिति को मिलने और वार्ता का समय नहीं दिया तो 10 नवंबर को समिति बल्ह के विधायक इंद्र सिंह गांधी के घर के बाहर धरना प्रदर्शन करेगी।
बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति ने गुरूवार को नेरचौक में पत्रकारों से बातचीत करते हुए आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री से मिलने के लिए बार-बार समय मांगा लेकिन हमें समय नहीं दिया जा रहा है। स्थानीय विधायक, बल्ह और जिलाधीश मण्डी के माध्यम से भी गुहार लगाई लेकिन बल्ह में प्रस्तावित हवाई अड्डे की जद में आने वाले किसानों को विश्वास में ना लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर एकतरफा चल रहे हैं।
इस मौके पर सचिव नन्द लाल वर्मा ने 20 सितम्बर को मुख्यमंत्री द्वारा बल्ह (गागल) में दिए गए ब्यान पर हैरानी जताते हुए कहा कि एक तरफ मुख्यमंत्री मान रहे हैं कि बल्ह कि जमीन बहुत उपजाऊ है और इसे मिनी पंजाब कहा जाता है किसान अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। दूसरी तरफ इसी उपजाउ जमीन पर हवाई अड्डा बनाकर बल्ह के किसानों को पूरी तरह से उजाड़ना चाहते हैं। मुख्यमंत्री एकतरफा चल रहे हैं कि ड्रीम प्रोजेक्ट को हर हाल में पूरा किया जायेगा। मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि सरकार उचित मुआवजा और विस्थापितों को स्थापित करने का प्रयास करेगी। हम पूछना चाहते हैं कि आज तक व्यास भाखड़ा, पोंग डैम, कोल डैम के कितने विस्थापितों को राजस्थान में बसाया जा चुका है, किसान अभी तक विस्थापन का दंश झेल रहे हैं और फोरलेन में अभी तक भूमि अधिग्रहण कानून, 2013 और चार गुना मुआबजा नहीं लागू कर पाई है ।
उपप्रधान प्रेम चौधरी के कहा कि मुख्यमंत्री ओएलएस सर्वे को झुठला रहे हैं उनके अनुसार यहां पर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाया जायेगा। लेकिन ओएलएस के अनुसार केवल 2150 मीटर और 72 सीटर छोटा हवाई जहाज के लिए ही उचित है और अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए 3150 मीटर हवाई पट्टी बनानी है तो सुंदर नगर की पहाड़िया (बंदली धार) 500 मीटर काटनी पड़ेगी जो की कभी भी संभव नहीं है। लीडार सर्वे ने 327 वर्ग किलोमीटर का एरिया का सर्वे किया है। अभी तक क्लियर नहीं कहा और कितना बनेगा। मुख्यमंत्री का यह कहना कि जल्दी ही प्रधानमंत्री इसका शिलान्यास करेंगे जो कि एक बचकाना ब्यानबाजी है।
समिति के सह सचिव गुलाम रसूल ने कहा कि समिति ने यह फैसला किया है की संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 27 सितम्बर को एसडीएम बल्ह के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन और प्रधानमंत्री को ज्ञापन दिया जाएगा। इसके अलावा फैसला लिया गया है कि अगर 9 नवम्बर तक मुख्यमंत्री ने मिलने का समय नहीं दिया तो 10 नवम्बर को सथानीय विधायक के घर के बाहर धरना प्रदर्शन किया जायेगा ।
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