Follow Us:

शिक्षा का कांग्रेसीकरण करने के बजाय रोजगारोन्मुखी करे सरकार : जयराम ठाकुर

➤ जयराम ठाकुर का आरोप — सरकार शिक्षा का कांग्रेसीकरण कर रही है
➤ हिमाचल बोर्ड की बाल दिवस पुस्तिका में कांग्रेस नेताओं के संदेशों की भरमार
➤ 72 पेज की पुस्तिका में 40 पेज बधाइयों के, शिक्षा मंत्री का संदेश गायब


पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने शिक्षा व्यवस्था को लेकर प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शिमला से जारी बयान में उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षा को सुधारने के बजाय उसका कांग्रेसीकरण कर रही है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि यदि मुख्यमंत्री और सरकार वास्तव में शिक्षा के क्षेत्र में सुधार करना चाहती है, तो उसे रोजगारोन्मुखी बनाने पर ध्यान देना चाहिए, न कि राजनीतिक प्रचार का माध्यम बनाना चाहिए।

नेता प्रतिपक्ष ने हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड द्वारा बाल दिवस पर जारी की गई 72 पेज की पुस्तिका को विवादित बताते हुए कहा कि इस पुस्तिका में लगभग 40 पेज कांग्रेस नेताओं के बधाई संदेशों से भरे हुए हैं, जबकि शिक्षा मंत्री का संदेश तक इसमें शामिल नहीं किया गया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यह पुस्तिका छात्रों और शिक्षा व्यवस्था के बारे में कम और कांग्रेस नेताओं के सम्मान व ब्रांडिंग पर अधिक आधारित है।

उन्होंने आरोप लगाया कि पुस्तिका में महान विचारकों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के कथनों का उल्लेख तो किया गया है, लेकिन क्रेडिट तक नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि इस पुस्तक में महात्मा गांधी और सरदार पटेल जैसे राष्ट्रनिर्माताओं का नाम प्रमुखता से होना चाहिए था, लेकिन उनका जिक्र तक नहीं है, जबकि कांग्रेस नेतृत्व के शुभकामना संदेश प्रमुखता से प्रकाशित हैं।

जयराम ठाकुर ने यह भी कहा कि प्रदेश के शिक्षा बोर्ड के संसाधन बच्चों की शिक्षा और शिक्षकों के हितों में खर्च होने चाहिए, लेकिन सरकार इन्हें राजनीतिक चाटुकारिता के लिए इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि शिक्षकों का परीक्षा मूल्यांकन का भुगतान पिछले दो वर्षों से लंबित है और परीक्षा ड्यूटी भत्ते का भुगतान भी नहीं किया गया है।

जयराम ठाकुर ने कहा कि भाजपा सरकार की इस कार्यशैली का विरोध करती है और आगे भी करती रहेगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा व्यवस्था को राजनीतिक रंग देने के बजाय सरकार को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करनी चाहिए और कौशल विकास कार्यक्रमों को पुनः शुरू करना चाहिए, ताकि प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अवसर मिल सकें।