➤ जयराम ठाकुर बोले, सुक्खू सरकार के निकम्मेपन से हर साल करोड़ों रुपये लौट रहे केंद्र को
➤ स्वास्थ्य विभाग के 500 करोड़ भी खर्च न कर पाई सरकार, नीयत और विजन पर उठे सवाल
➤ केंद्र ने त्योहारों से पहले हिमाचल को एडवांस में दिए 843 करोड़ रुपये राहत के तौर पर
मंडी। पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने एक बार फिर सुक्खू सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार की नीयत और विजन की कमी के कारण हर साल करोड़ों रुपये केंद्र को लौटाने पड़ रहे हैं। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार बार-बार यह रोना रोती है कि केंद्र पैसा नहीं दे रहा, जबकि सच्चाई यह है कि केंद्र से मिलने वाली धनराशि सरकार खर्च ही नहीं कर पा रही।
उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को 954 करोड़ रुपये दिए थे, लेकिन सुक्खू सरकार इस धनराशि का आधा हिस्सा भी खर्च नहीं कर सकी। अब 2025-26 के लिए 1050 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है, परंतु सरकार की कार्यशैली देखकर लगता है कि यह बजट भी अधूरा रह जाएगा।
जयराम ठाकुर ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा स्वयं प्रदेश दौरे के दौरान यह कह चुके हैं कि केंद्र द्वारा दिया गया पैसा हिमाचल के हित में लगाया जाए, परंतु राज्य सरकार निकम्मेपन के कारण ऐसा नहीं कर पा रही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल है, बावजूद इसके 500 करोड़ रुपये की राशि खर्च नहीं की जा सकी, जो सरकार की अयोग्यता और उदासीनता को दर्शाता है।
जयराम ठाकुर ने बताया कि केंद्र सरकार ने हिमाचल को राहत देने के लिए 843 करोड़ रुपये एडवांस में दिए हैं, ताकि सरकार त्योहारों से पहले कर्मचारियों का वेतन आदि समय पर दे सके। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का सहयोग निरंतर जारी है, लेकिन राज्य सरकार इसे राजनीतिक बहानेबाजी में बदल रही है।
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा की नई कार्यसमिति के गठन पर सभी को बधाई दी जाती है। उन्होंने भरोसा जताया कि वरिष्ठ सहयोगियों के अनुभव और युवा कार्यकर्ताओं के उत्साह से भाजपा हिमाचल में नई ऊंचाइयां हासिल करेगी।
आत्मनिर्भर भारत अभियान पर बोलते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने रक्षा और तकनीक के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ी छलांग लगाई है। उन्होंने कहा कि “अब भारत चिप से लेकर शिप तक, मिसाइल से लेकर चंद्रयान तक सब कुछ खुद बना रहा है।” उन्होंने कहा कि जब हर भारतीय स्वदेशी और मेड इन इंडिया उत्पादों को अपनाएगा, तब देश विकसित भारत का लक्ष्य पहले ही हासिल कर लेगा।



