उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने जानकारी दी कि प्रदेश में हो रही भारी बरसात से अब तक जल शक्ति विभाग को 196 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। बीते दिन बादल फटने और भारी बारिश से विभाग को 44 करोड़ रुपये का नुकसान और 352 जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं।
उन्होंने कहा कि कुल्लू और शिमला जिलों में विभाग की जलापूर्ति योजनाओं को सबसे ज्यादा क्षति हुई है। शिमला के मतियाना क्षेत्र की कुर्पन योजना के पंप हाउस, मशीनरी और पाइपों के बह जाने से विभाग को करीब 10 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। रामपुर पेयजल योजना का स्रोत एवं पाइप फटने से विभाग को करीब आठ करोड़ रुपये की क्षति हुई है।
उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को पूरी तरह मुस्तैद रहने के आदेश जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कुछ योजनाओं को एहतियात बरतते हुए हालात के मद्देनजर बंद किया जा रहा है। पेयजल योजनाओं में गाद न भरे और लोगों को पेयजल आपूर्ति निर्बाध जारी रहे, इसके लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आगामी आदेशों तक अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। कुल प्रभावित 2,421 योजनाओं में से 1,438 बहाल की जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के लोगों को सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।