Follow Us:

झंडूता: अनुराग ठाकुर के विशाल नेत्र जांच शिविर में 4311 लोगों ने कराई जांच

डेस्क |

केंद्रीय मंत्री व सांसद हमीरपुर, अनुराग सिंह ठाकुर ने बिलासपुर वासियों के लिए 2 दिवसीय निशुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया है. 10 जून को झंडूता के शिवा गुरुकुल इंटरनेशनल स्कूल में शिविर का आयोजन हुआ.

जहां सुबह 8 बजे से ही क्षेत्र वासी बड़े पैमाने पर अपनी जांच कराने पहुंच रहे थे. कुल 4311 लोगों ने अपनी जांच कराई. जिसमें से जरूरत अनुसार 2,753 लोगों को नंबर वाला चश्मा निशुल्क बना कर दिया गया.

शिविर का निरीक्षण स्वयं अनुराग सिंह ठाकुर कर रहे थे और पूरा समय लाभार्थियों के साथ व्यतीत करते हुए. यह सुनिश्चित किया की सभी की अच्छे से जांच हो और तत्काल शिविर में ही सही नंबर का चश्मा बन कर लोगों को मिल जाए.

अनुराग ठाकुर ने शिविर के लिए मैक्स हॉस्पिटल नोएडा, मैक्स हॉस्पिटल पंचशील, एम.एस.एम. आई हॉस्पिटल कांगड़ा, टांडा मेडिकल कॉलेज, जामिया यूनिवर्सिटी, मैक्स हॉस्पिटल गुड़गांव, ऐम्स बिलासपुर, हमीरपुर मेडिकल कॉलेज और सी.एम.ओ. बिलासपुर से 40 से अधिक नेत्र रोग विशेषज्ञों की टीम ले कर आए हैं.

रविवार 11 जून को कंदरौर के स्वामी विवेकानंद पब्लिक स्कूल में शिविर का आयोजन किया जाएगा. सभी क्षेत्र वासी, सुबह 8 बजे से इसका लाभ उठा सकते हैं. चश्मों के साथ जरूरी दवाइयां भी निशुल्क दी जा रही हैं और नेत्र जांच के साथ अस्पताल-सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा की टीम द्वारा निशुल्क ओपीडी भी की जा रही है. शिविर में आय सभी लोगों के लिए भोजन की भी अच्छी व्यवस्था की गई है.

संबोधन में अनुराग ठाकुर ने कहा, “पहाड़ी राज्य हिमाचल में नेत्र रोग विशेषज्ञों की भारी कमी है और यदि चश्मा बनवाना पड़े. तो 2-3 दिन की ध्याड़ी उसमे चली जाती है. इसलिए नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया जा रहा है.

जहां आंखों के विख्यात डॉक्टर आपकी जांच भी करेंगे और आपकी आंखों के नंबर का चश्मा भी आपको बना कर दिया जा रहा है. मेरी पहल, क्षेत्र में स्वस्थ रहे सबके नेत्र, जिसके माध्यम से लोगों में नेत्र स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता भी बढ़े और बिना एक भी पैसा खर्च करे. आपकी अच्छे डॉक्टरों द्वारा जांच भी हो जाय”.

ठाकुर ने कहा, “अस्पताल सांसद मोबाइल सेवा के 5 वर्ष पूर्ण होने पर पहले ऊना, हमीरपुर और अब बिलासपुर में विशाल नेत्र जांच शिविर लगाए गए हैं. आज बिलासपुर के झंडूता के हजारों लोग उपस्थित हुए हैं. इसके चेकअप भी मुफ्त है और चश्मे भी मुफ्त हैं। ये पहले कभी नहीं हुआ.”

ठाकुर ने प्रयास संस्था और झंडूता मंडल का धन्यवाद देते हुए कहा, “मैं धन्यवादी हूं प्रयास संस्था का जिन्होंने शानदार कार्यक्रम आयोजित किया. झंडूता मंडल ने भी इसमें काफी सहयोग किया है.

अबतक लगभग 10,000 लोगों को जांच पहले दो दिनों में हो चुकी है. 6500 से ज्यादा चश्मा दिए जा चुके हैं. जिन्हें ऑपरेशन की जरूरत है उन्हें आगे के लिए सुझाव दिए गए हैं. कुछ चश्मे ऐसे होते हैं. जिनका एक नंबर बड़ा और एक नंबर छोटा होता है. इनको बनाने में थोड़ा समय लगता है. ऐसे चश्मा को भी 2 दिनों में बनाकर जरूरतमंद लोगों को दे दिया गया.”

हमीरपुर सांसद ने कहा, “हिमाचल प्रदेश मे बुनियादी स्वास्थ्य सुविधायों को जन जन तक पहुंचाने मे ‘अस्पताल’ – सांसद मोबाईल स्वास्थ्य सेवा महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. 32 मोबाईल मेडिकल यूनिट द्वारा गांव-गांव में निशुल्क मेडिकल कैंप के साथ, नागरिक हस्पतालों से रेफ़र किए गए मरीजों को बड़े हस्पताल ले जाने का कार्य भी निशुल्क किया जा रहा है.

कोविड जैसी महामारी के दौरान भी सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा की टीम ने फ्रंटलाइन वॉरियर बन कर टेस्टिंग, वैक्सीनेशन और होम केयर की सुविधा प्रदान की”.

सांसद अस्पताल मोबाइल्स स्वास्थ्य सेवा का सबसे ज्यादा फायदा हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र को मिला है. हमीरपुर, बिलासपुर, ऊना और जिला कांगड़ा के कुछ क्षेत्रों ने हीं सबसे ज्यादा लाभ उठाया क्योंकि पहले 4 वर्षों में ये सेवा यही तक सीमित थी. पांचवे वर्ष में इसने अपना कार्यक्षेत्र बढ़ाया है.

कोरोनो काल में अस्पताल मोबाइल स्वास्थ सेवा द्वारा कार्यों की सराहना करते हुए ठाकुर ने कहा, “कोरोना काल में भी जब बॉर्डर के पास चेकिंग की आवश्यकता थी. लोगों को बचाने की जरूरत थी. तब प्रयास संस्था के लोगों ने आगे आकर फ्रंटलाइन वर्कर्स के रूप में काम किया.”

ठाकुर ने अपने Asptal – सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश के दूर-दराज के इलाकों में मुफ्त प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए Asptal – सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा एक आंदोलन है. उन्होंने कहा, “ये प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा जो 3 मोबाइल मेडिकल यूनिट्स के साथ शुरू की गई थी.

वो आज 32 मोबाइल मेडिकल यूनिट्स के साथ गर्व से पूरे हिमाचल प्रदेश में अपनी सेवाएं दे रहा है. प्रत्येक मोबाइल मेडिकल यूनिट एक अनुभवी टीम से सुसज्जित है. जिसमें डॉक्टर, नर्स, लैब टेक्नीशियन और एमएमयू पायलट होता है.

मेरे भाइयों- बहनों हमने ये सेवा मई, 2018 में चालू की थी जो आज विभिन्न तरीके के 40 मेडिकल टेस्ट करने में सक्षम है. जिसमें KFT, LFT, Lipid Profile, Creatinine, Uric Acid, BUN, Sugar, Glucose, इत्यादि शामिल हैं. इसके अलावा मरीजों को मुफ्त दवाएं भी दी जाती हैं.”

ठाकुर ने जानकारी देते हुए कहा की आज हम हिमाचल के 8 ज़िलों के 1600+ पंचायत, 6400+ गाँव तक पहुंच चुके हैं. कुल ओपीडी की संख्या 8 लाख से ज्यादा है.

उन्होंने कहा, “हमारे मोबाइल मेडिकल यूनिट्स ने कुल मिलाकर 7 लाख किलोमीटर से अधिक की यात्रा तय कर ली है. मुझे आप सभी से ये कहते हुए आज गर्व हो रहा है की Asptal के कारण लोगों द्वारा बचाई गई.

कुल धनराशि: 25 करोड़ से अधिक है. इस अभियान से सबसे ज्यादा लाभान्वित होने वाली हमारी महिलाएं और वरिष्ठ नागरिक हैं. Asptal की 65% लाभार्थी महिलाएं हैं. Asptal ने महिलाओं के लिए रोजगार के नए साधन भी मुहैया कराये हैं. आज इसके 50% कर्मचारी महिला कर्मचारी हैं.