अतिरिक्त उपायुक्त गंधर्वा राठौर की अध्यक्षता में राष्ट्रीय क्रीमी मुक्ति दिवस के संदर्भ में जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का उद्देश्य 26 मई को होने वाले राष्ट्रीय क्रीमी मुक्ति दिवस को सफल बनाने में विभिन्न विभागों के साथ तालमेल बनाकर काम करना था।
उन्होंने बताया कि 26 मई को जिला कांगड़ा 1 साल से लेकर 19 साल तक के लगभग 401519 बच्चों को एल्बेंडाजोल की दवाई खिलाई जाएगी। जो बच्चे छूट जाएंगे उनको यह दवाई 30 मई को खिलाई जाएगी। इसके साथ-साथ इसी दिन 1 साल से लेकर 5 साल तक के 92674 बच्चों को विटामिन ए की खुराक भी दी जाएगी। यह दवाई जिले के सभी सरकारी तथा प्राइवेट स्कूलों के बच्चों, आंगनवाड़ी केंद्रों तथा उन सभी संस्थानों में जहां 19 साल तक के बच्चे मिलेंगे अल्बेंडाजोल की गोली दी जाएगी । इस दवाई को खिलाने से बच्चों में क्रीमी रोग से मुक्ति मिलेगी और बच्चे दिमागी और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहेंगे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. गुरूदर्शन गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि 1 जून से लेकर 30 जून तक एनीमिया मुक्त हिमाचल अभियान चलाया जा रहा है। जिसके अंतर्गत 6 महीने से लेकर 10 साल तक के लगभग 227347 बच्चों का एनीमिया के लिए टेस्ट किया जाएगा और एनीमिक बच्चों का इलाज किया जाएगा। इसके साथ सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़े के बारे में बात करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि 15 जून से लेकर 30 जून तक सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़े के अंतर्गत 5 साल तक की आयु के बच्चों को घर-घर जाकर आशा वर्कर ओआरएस का पैकेट देगी तथा दस्त रोग के बारे में लोगों को जागरूक करेगी।
ओआरएस का घोल कैसे बनाना है तथा कैसे पिलाना है इसके बारे में लोगों को जानकारी दी जाएगी। अगर घर में कोई बच्चा ऐसा है जिसे दस्त लगे हुए हैं तो उसे दो पैकेट दिए जायेंगे तथा साथ में 14 दिन के लिए जिंक की गोली भी दी जाएगी। लोगों को हाथ धोने का सही तरीका क्या है उसके बारे में भी जागरूक किया जाएगा। इस साल आईडीसीएफ तीन चरणों में होगा पहला चरण 15 जून से 30 जून तक दूसरा चरण 7 नवंबर से 20 नवंबर तथा तीसरा चरण 14 मार्च से 27 मार्च तक होगा