उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कांगड़ा जिला के सरकारी शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ाई में कमजोर बच्चों के शैक्षणिक स्तर में सुधार के लिए अतिरिक्त कक्षाएं लगाने के दिशा निर्देश दिए गए हैं ताकि स्कूलों का बोर्ड परीक्षा परिणाम बेहतर हो सके। इस बाबत सोमवार को धर्मशाला के उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति की अध्यक्षता में डीआरडीए सभागार में जिला प्रशासन तथा समर्थ की ओर से सीनियर सेकेंडरी और हाई स्कूलों के मुख्याध्यापकों तथा प्रधानाचार्यों के लिए शैक्षणिक स्तर में सुधार के लिए एक दिवसीय वर्कशाप भी आयोजित की गई।
इस मौके पर उपायुक्त ने कहा कि आठ जनवरी से 31 जनवरी तक जिन स्कूलों में प्री-बोर्ड के परिणाम बेहतर नहीं रहे हैं। उन स्कूलों में अतिरिक्त कक्षाएं लगाना सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए समय सारिणी स्कूलों द्वारा अपने स्तर पर ही निर्धारित की जाएगी। इसके साथ जिन विषयों में छात्रों को दिक्कतें आ रही हैं उन विषयों पर भी फोक्स किया जाए। उपायुक्त ने कहा कि एक फरवरी से लेकर आठ फरवरी तक छात्रों के शैक्षणिक स्तर में सुधार का मूल्यांकन भी किया जाएगा। इस के लिए डाइट की तरफ से पेपर सेट करके छात्रों की परीक्षा ली जाएगी। उन्होंने कहा कि उपनिदेशक शिक्षा, निरीक्षक कैडर के अधिकारी नियमित तौर पर स्कूलों का निरीक्षण भी सुनिश्चित करें और इसकी नियमित तौर पर रिपोर्ट भी दें।
उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि शिक्षक ही बच्चों के भविष्य निर्माता है तथा शिक्षकों की मेहनत और परिश्रम से बच्चों का भविष्य संवर सकता है उन्होंने शिक्षकों से भी आह्वान करते हुए कहा कि स्कूलों में शैक्षणिक स्तर में सुधार कार्यक्रम में अपना रचनात्मक सहयोग सुनिश्चित करें। इस अवसर पर राजकीय उच्च विद्यालयों तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं के प्रि बोर्ड के परीक्षा परिणाओं पर भी विस्तार से चर्चा की गई, समर्थ की ओर से प्रतिभागियों को शैक्षणिक स्तर सुधार के बारे में टिप्स भी दिए गए। इससे पहले उपशिक्षा निदेशक उच्च गुरू देव ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए स्कूलों के शैक्षणिक स्तर का रिपोर्ट भी प्रस्तुत किया।