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कांगड़ा: भ्रष्टाचार के आरोप में खटियाड़ पंचायत की प्रधान और उसके पति ने एडीएम के सामने भरी हाजरी, नहीं दर्ज हुए बयान

मनोज धीमान |

सरकारी पैसे का दुरुपयोग करने और भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे उपमंडल फतेहपुर की ग्राम पंचायत खटियाड़ के महिलाप्रधान, प्रधान के पति, तकनीकी सहायक, विकास खंड अधिकारी फतेहपुर ज्ञान प्यारी सहित तीन पंचायत सदस्यों ने मंगलवार को जिला पंचायत अधिकारी कार्यालय में हाजरी भरी। लेकिन एडीसी व जिला पंचायत अधिकारी की जरूरी मीटिंग के चलते उनके ब्यान दर्ज नहीं हो सके। इस बारे में जानकारी देते हुए जिला पंचायत अधिकारी अश्वनी कुमार ने बताया कि इन लोगों को आज बयान दर्ज करने के लिए बुलाया गया था। लेकिन अचानक से विशेष बैठक का आयोजन होने के कारण पेशी को अनिश्चित काल के लिए प्रस्तावित कर दिया। उन्होंने कहा कि इस मामले में जल्द ही नई तिथि निधारित कर तलब किया जाएगा।

गौरतलब है कि पिछले एक वर्ष पूर्व करीब 6 दर्जन लोगों ने पहले जिलाधीश कांगड़ा, जिला पंचायत अधिकारी और बीडीओ फतेहपुर को पंचायत खटियाड़ में पति प्रधान की दखलअंदाजी, 15 अगस्त की कार्रवाई खुद लिखने और उसमें जाली हस्ताक्षर करने। यहां तक की पंचायत सदस्य जो इस बैठक में नहीं आए थे उनके जाली हस्ताक्षर करने और बिना किसी एंजेड़े के बीपीएल में पात्र लोगों को दरकिनार कर अपने चहेतों को फायदा पहुंचाने और मनरेगा में फर्जी हाजरियां लगाने की लिखित शिकायत की थी। इन सभी की पंचायत निरीक्षक द्वारा की गई जांच के उपरांत कई तथ्य भी सामने आए थे। जिस पर कार्रवाई करते हुए जिला पंचायत अधिकारी ने पंचायत प्रधान को तीन कारण बताओ नोटिस जारी किए थे और इसके बाद कार्रवाई ठंडे बस्ते में चली गई थी।

इसके बाद लोगों ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से की थी जिस पर मुख्यमंत्री ने जांच करने के आदेश दिए थे। शिकायतकतार्ओं का आरोप है कि कारण बताओ नोटिस के बाद बीडीओ फतेहपुर ने शिकायतकतार्ओं की गैरहाजिरी में पंचायत प्रधान का बचाव करते हुए जांच कर पंचायत प्रधान के पक्ष में जांच रिपोर्ट बनाकर जिला पंचायत अधिकारी धर्मशाला को भेज दी थी। जिससे शिकायतकर्ता खफा हो गए थे और जिलाधीश कांगड़ा से मिलकर बीडीओ की जांच पर सवाल उठाए थे। शिकायतकर्ता का यह भी आरोप है कि पंचायत में महिला प्रधान का पति अकसर ही अपनी मनमानी करता है।