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‘किस में है कितना है दम’ की विजेता बनी सुंदरनगर की कविता

मृत्युंजय पुरी |

मन में कुछ कर गुजरने की ठान ली जाए तो इंसान किसी भी मुकाम को हसिल कर सकता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है सुंदरनगर की 15 वर्षीय कविता ने। हाल ही में ‘किस में कितना है दम सीजन-3’ का ग्रैंड फिनाले का आयोजन चंडीगढ़ में किया गया, जिसमें छोटी काशी के मंडी के सुंदरनगर से संबंध रखने वाली कविता ने नॉर्थ इंडिया में पहला स्थान झटक कर हिमाचल का नाम रोशन किया है। कविता की इस उपलब्धि से जहां एक और हिमाचल का नाम देशभर में रोशन हुआ है, वहीं कविता की इस उपलब्धि ने हिमाचल के युवा प्रतिभाओं को भी एक नई राह दिखाई है।

कविता ने बताया कि 7 दिन तक चंडीगढ़ में चलने वाले इस ग्रांड फिनाले में पंजाब, हरियाणा हिमाचल समेत अन्य पड़ोसी राज्यों से 300 के तकरीबन प्रतिभागियों ने भाग लिया। कविता के पिता दुर्गादास माता माता मीरा देवी सहित उसकी बड़ी बहन रंजीता ने भी कविता को इस उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए भविष्य में इस तरह के उम्दा प्रदर्शन की आशा जाहिर की है।

कविता डीएवी पब्लिक स्कूल सुंदरनगर में जमा एक मेडिकल की छात्रा हैं। उसके पिता दुर्गादास लोक निर्माण विभाग में जेई हैं, जबकि माता मीरा देवी अध्यापिका है. ‘किसमें है कितना दम’ रियलिटी शो में कविता ने अपना सफर महावीर पब्लिक स्कूल में आयोजित ऑडिशन शुरू किया। उसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा।

कविता ने उसके बाद धर्मशाला-शिमला में भी ऑडिशन दिए और उसके बाद अंतिम चयन में जालंधर में आयोजित ऑडिशन से हुआ। इस दौरान वहां पर कविता ने फोक डांस और भांगड़ा में अपनी परफॉर्मेंस दी।कविता ने अपने इस जीत का श्रेय परिजनों अभिभावकों रिश्तेदारों और स्कूल के सहपाठियों को दिया है, जिन सबके सहयोग और आशीर्वाद से वह आज इस मुकाम पर पहुंची है।

कविता को सम्मान स्वरूप मेडल विजेता ट्रॉफी स्मृति चिह्न 5100 रुपये का चेक देकर नवाजा गया है। यह सम्मान कविता को अंडर-15 कैटेगरी में प्राप्त हुआ है। कविता ने इस कार्यक्रम के डायरेक्टर वरुण बंसल और कॉ-डायरेक्टर सोनाक्षी बंसल का आभार व्यक्त किया है।