हिमाचल प्रदेश के विधानसभा गेट के बाहर खालिस्तान का झंडा लगाने के बाद अब प्रशासन हाई अलर्ट मोड पर आ गया है। हिमाचल प्रशासन की तरफ से अलर्ट जारी किया गया है। यहां तक की पुलिस ने अंतराज्यीय सीमाओं से गुजरने वाले वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी है। हिमाचल प्रदेश के डीजीपी ने पुलिस को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है। जिसके तहत एडीजीपी-सीआईडी, डीआईजी रेंज और जिला पुलिस अक्षीक्षक को हिमाचल से लगी सभी सीमाओं को सील करने का आदेश जारी किया गया है।
इसके अलावा पुलिस को होटल और ठहरने की जगह के जांच करने के भी आदेश जारी किए गए हैं। पुलिस ने पन्नू के ख़िलाफ़ भी धारा 153A, व 153B के तहत मामला दर्ज कर लिया है। उसमें मुख्य साजिशकर्ता के रूप में गुरपतवंत सिंह पन्नू का नाम है। बता दें कि गुरपतवंत सिख फॉर जस्टिस का सदस्य है।
हिमाचल में स्पेशल सिक्योरिटी यूनिट, बम निरोधक दस्ता और क्विक रिएक्शन टीम को हाई अलर्ट मोड पर रहने के आदेश जारी किए हैं। साथ ही बस स्टैंड, टाउन, सरकारी बिल्डिंग और राष्ट्रीय इमारतों की सुरक्षा मुस्तैद करने के भी निर्देश जारी किए गए हैं। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल में खालिस्तान के झंडे लगाने का मामला गंभीर है। जिसके चलते हिमाचल प्रदेश को को हाई अलर्ट पर रखा गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि केंद्र को भी मामले से अवगत करवा दिया गया है।
उधर मामले को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस पार्टी को चुनावी वर्ष में बड़ा मुद्दा हाथ लग गया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने सरकार पर आरोप लगाया कि हिमाचल विधानसभा के गेट में खालिस्तान के झंडे लगाना सुरक्षा में बहुत बड़ी चूक है। सरकार के जनता को सुरक्षा देने के दावे फेल साबित हुए है। हिमाचल के मंत्री व डीजीपी नाचने में व्यस्त है। जबकि हिमाचल की सुरक्षा राम भरोसे है।