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किडनैंपिंग मामला, ट्यूशन पढ़ने जा रही बच्ची के अपहरण का प्रयास

desk |

  • सहौड़ा के पैहग में 2 अनजान लोगों ने दिया वारदात को अंजाम
  • महिला की मदद से अपराधियों के चंगुल से बच्ची हुई आजाद

कांगड़ा में किडनैपिंग के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। लगातार बच्चों के अपहरण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। अब ताजा मामला कांगड़ा विधानसभा के पैहग में देखने को मिला है। यहां 2 अनजान लोगों ने ट्यूशन पढ़ने जा रही बच्ची को किडनैप करने की कोशिश की लेकिन गनीमत यह रही कि एक महिला की मदद से बच्ची अपहरण होने से बाल-बाल बच गई। दिनदहाड़े इस घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल है।

बच्ची के परिवार वालों को जब इस घटना का पता लगा तो उन्होंने पुलिस को इसकी शिकायत दर्ज करवाई है। वहीं, पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हुआ यूं कि हर रोज की तरह बच्ची 300 मीटर दूर ट्यूशन पढ़ने जाती है। रविवार को छुट्टी होने के कारण सातवीं कक्षा की यह बच्ची सुबह 10 बजे के करीब ट्यूशन पढ़ने के लिए निकली। वह अभी घर से थोड़ी ही दूर पहुंची थी कि पीछे से आ रही गाड़ी वाले गाड़ी रोक दी और उसमें एक व्यक्ति बाहर निकला और बच्ची को रोक लिया।
उसने बच्ची से कहा कि वह उसे छोड़ देगा, लेकिन बच्ची ने गाड़ी में बैठने से मना कर दिया।
जब बच्ची आगे निकल गई तो गाड़ी वाले ने गाड़ी बच्ची के आगे लगा दी और एक व्यक्ति गाड़ी से उतरा और बच्ची को जबरदस्ती गाड़ी में खींचने लगा। तभी वहां से एक महिला गुजर रही थी, उसने बच्ची को छुड़वाया और शोर मचाया। शोर मचाते ही अज्ञात लोग गाड़ी में बैठकर भाग गए।

वहीं, पुलिस थाना प्रभारी गगल उधम सिंह राजपूत ने बताया कि उन्हें शिकायत मिली है और तुरंत एक पुलिस दल इस मामले की जांच के लिए भेज दिया है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। जल्द ही आरोपियों को हिरासत में ले लिया जाएगा।

हिमाचल में इस तहर की वारदातें बढ़ना सच में चिंता का विषय है। इससे पहले भी कांगड़ा जिले में एक बच्चे को टॉफी के लालच में अगवा करने का प्रयास किया गया था। वहीं पठानकोट से अगवा बच्चे के नूरपुर में मिलने के बाद कांगड़ा जिले में पहले से ही माहौल सनसनीखेज बन चुका है।

  • पुलिस के साथ साथ समाज को भी इसके लिए उचित कदम उठाने चाहिए।
    1. अपने घर में किरायेदार रखते समय बिना बेरिफिकेशन के उन्हें न रखें।
    2. इसके साथ ही फेरी वालों को बिना आईडी के अपने घर में घुसने न दें।
    3. साथ ही जब भी बच्चे घर से बाहर निकले तो उन्हें अकेले न भेजे,
    4. किसी भी अनजान व्यक्ति से खाने का सामान न लें।
    5. किसी भी अनजान व्यक्ति पर भरोसा न करें।