सामरिक रूप से महत्वपूर्ण मनाली-लेह राजमार्ग को यातायात के लिए वहाल कर दिया है। बीआरओ ने कड़ी मश्क्कत के बाद इस मार्ग को वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल कर दिया है। बीआरओ के अनुसार 27 जनवरी 2020 को रक्षा सचिव अजय कुमार द्वारा एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की गई, जहां लेह के लिए सड़कों के शीघ्र मार्ग बहाली पर जोर दिया गया और बीआरओ के अधिकारियों, लद्दाख सरकार, जम्मू-कश्मीर सरकार और हिमाचल सरकार के बीच विस्तृत समन्वय किया गया।
बीआरओ के बीरटीएफ के कमांडर उमाशंकर ने बताया कि मनाली-लेह पर काम दारचा से 19 फरवरी 2020 को शुरू हुआ, साथ ही साथ रोहतांग दर्रा से बर्फ हटाने की मुहिम 20 फरवरी से शुरू की गई। बारालाचा पास (16,050 फीट), तंगलंगला (17,582 फीट), लाचुंगला (16,616 फीट) और नाकेला (16,170 फीट) नवीनतम हाई-टेक मशीनरी शामिल कर मैन पावर के साथ मशीन पावर भी बढ़ाई गई, जिससे कार्य मे और गति प्रदान हुई।
प्रोजेक्ट हिमांक (लद्दाख) और प्रोजेक्ट दीपक (हिमाचल प्रदेश) की बीआरओ टीमों ने सफलतापूर्वक अपने कार्यों को पूरा किया और मनाली – लेह मार्ग को निर्धारित समय से तीन सप्ताह पहले यातायात के लिए खोल दिया। इस मार्ग के बहाल होने से हिमाचल प्रदेश और लद्दाख के बीच आपसी संपर्क जुड़ गया है और साथ में सैन्य दृष्टि से भी भारतीय सेना को इसका फायदा पहुंचेगा।