कुल्लू शहर में ठोस कचरा प्रबंधन को लेकर उपायुक्त डा. ऋचा वर्मा ने नगर परिषद के अधिकारियों को कड़े निर्देश जारी किए हैं। अंतर्राष्ट्रीय दशहरा उत्सव के दौरान शहर में स्वच्छता बनाए रखने तथा ठोस कचरे के निपटारे के लिए आवश्यक प्रबंध करने के लिए नगर परिषद के पदाधिकारियों, अधिकारियों तथा विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ बैठक के दौरान डा. ऋचा वर्मा ने ये निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दशहरा उत्सव के दौरान प्रत्येक दुकान या स्टाॅल में ही सूखे और गीले कचरे की छंटाई सुनिश्चित करने के लिए व्यापारियों को प्लाॅट आवंटन के समय ही कड़े दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे। उपायुक्त ने बताया कि उत्सव के दौरान बाहर से अतिरिक्त सफाई कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी। इनके अलावा विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के वालंटियर्स भी सफाई व्यवस्था की निगरानी करेंगे तथा व्यापारियों को सूखे-गीले कूड़े की छंटाई के लिए प्रेरित एवं प्रशिक्षित करेंगे।
उपायुक्त ने बताया कि दशहरा उत्सव में बड़ी संख्या में बाहरी व्यापारी अपनी दुकानें लगाते हैं और इस दौरान प्लास्टिक-पॉलीथिन सहित भारी मात्रा में कचरा पैदा होता है। सफाई कर्मचारी प्रत्येक दुकानदार से गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग ही एकत्रित करेगा। नगर परिषद प्लास्टिक-पॉलीथिन के कचरे को कंप्रैस करके एक जगह इकट्ठा करेगी। डा. ऋचा ने कहा कि अभी स्थायी डंपिंग स्थल न होने के कारण नप अधिकारियों को फिलहाल कंप्रैस्ड कचरे को रखने के लिए अस्थायी तौर पर एक स्थान चिह्नित करने के निर्देश दिए गए हैं। उपायुक्त ने कहा कि केवल दशहरा उत्सव के दौरान पैदा होने वाला सूखा प्लास्टिक-पाॅलीथिन का कचरा ही वहां रखा जाएगा और इसे बरमाणा की सीमेंट फैक्टरी में भेजा जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था को सख्ती से लागू किया जाएगा तथा प्रत्येक सैक्टर में मेजिस्ट्रेट तथा सैक्टर अफसर के अलावा सफाई कर्मचारियों एवं व्यापारियों पर कड़ी नजर रखने के लिए अतिरिक्त अधिकारी तैनात किए जाएंगे तथा मौके पर चालान किए जाएंगे। खाने-पीने के स्टॉलों में प्लास्टिक, थरमोकोल या डिस्पोजेबल कप-प्लेटों के बजाय स्टील के बरतनों या पत्तल-डोने के प्रयोग को प्रोत्साहित किए जाएगा तथा इस संबंध में दुकानदारों का मार्गदर्शन किया जाएगा। उपायुक्त ने स्थानीय व्यापार मंडल के पदाधिकारियों और आम व्यापारियों से भी अपील की है कि वे दशहरे के लिए प्लास्टिक, थरमोकोल या डिस्पोजेबल कप-प्लेटों का स्टॉक इकट्ठा न करें। इसके बजाय ईको फ्रेंडली कप-प्लेट और कैरी बैग ही बेचें। शहर में चलाई गई ‘वेस्ट टू टेस्ट’ कैफे योजना की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने नप अधिकारियों और पार्षदों से कहा कि वे इसे प्रभावी ढंग से कार्यान्वित करें तथा आम लोगों को जागरूक करें।
गीले कचरे के निष्पादन के लिए स्थापित किए गए कंपोस्टर का परिचालन नियमित रूप से न करने का कड़ा नोटिस लेते हुए उपायुक्त ने नप अधिकारियों को निर्देश दिए कि यह कंपोस्टर निरंतर चलना चाहिए। इसमें कोई भी कोताही बरतने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शहर में ठोस कचरे की छंटाई सही न होने पर भी उपायुक्त ने नप अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए तथा ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा।