लाहौल-स्पीति के काजा मंडल के तहत लोसर में एक दिवसीय विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया । इस शिविर में माननीय न्यायमूर्ति धर्म चंद चौधरी जी कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय तथा संरक्षक, कार्यकारी अध्यक्ष हिमाचल प्रदेश राज्य विधिक सेवा आयोग ने बतौर मुख्य अतिथि इस शिविर में शिरकत की।
इस दौरान मुख्य अतिथि कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय धर्म चंद चौधरी ने नौसर में विधिक सहायता एवं परामर्श केंद्र खोलने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि कानून की सहायता के लिए जगह-जगह पर इस तरह के केंद्र स्थापित किए गए हैं और लोगों की मांग पर स्थापित किए जाते हैं। ऐसे केंद्रों का लक्ष्य लोगों को अधिक से अधिक न्याय सुविधाएं मुहैया करवाना है। ताकि उन्हें न्यायायिक मामलों में दिक्कतों का सामना ना करना पड़े ।
उन्होंने कानून के प्रावधानों के बारे में स्थानीय लोगों को बताया कि किस तरह आसानी से कानूनी सहायता प्राप्त की जा सकती है। मौलिक कर्तव्यों के संबंध में भी ग्रामवासियों को जागरूक करते हुए कहा कि हमें अपने अधिकारों के साथ मूल कर्तव्यों का भी निर्वहन करना चाहिए। हमें देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए दृढ़ता के साथ समर्पित रहना चाहिए। हमें किसी भी रूप में जन संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। धर्म, भाषा, प्रदेश व वर्ग आदि से ऊपर उठकर सदैव देश की प्रगति के लिए प्रयासरत रहना चाहिए। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा लोगों को घरद्वार पर विभिन्न कानूनी प्रक्रियाओं के संबंध में जागरूकता प्रदान करने के उद्देश्य से विधिक साक्षरता शिविर आयोजित किए जाते हैं। न्यायालय में मामलों की कमी लाने के उद्देश्य से भी यह कार्यक्रम अत्यधिक प्रभावी है।
इस दौरान उनके साथ रजिस्टार जनरल हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय विरेंद्र सिंह, जिला एवं सत्र न्यायाधीश कुल्लू सुरेंद्र वैद्य, चीफ एडिशनल ऑफिसर राज्य विधिक सेवा आयोग गौरव महाजन, सचिव जिला विधिक सेवा आयोग के निखिल अग्रवाल, एसडीएम जीवन सिंह नेगी, उपमंडल पुलिस अधीक्षक काजा सुशांत शर्मा, प्रधान उपप्रधान, ग्राम पंचायत लोसर के लोग शिविर में मौजूद रहे।