प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मंडी-कुल्लू को जोड़ने वाली दो वैकल्पिक सड़कों के सुधार और विस्तार की मांग की है। उन्होंने कहा कि लोगों की व्यापक सुविधा के लिए मंडी-कुल्लू नेशनल हाइवे के अलावा चैलचौक-पंडोह और कमांद-कटिंडी-कटौला-बजौरा सड़क को वैकल्पिक मार्ग के तौर पर सुदृढ़ करना आवश्यक है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री को पत्र लिख कर इस कार्य केे लिए सीआरआईएफ के तहत पैसा उपलब्ध कराने की मांग की है।
सांसद भारी बारिश और बाढ़ से द्रंग विधानसभा क्षेत्र में हुए नुकसान का जायजा लेने तथा राहत पुनर्वास कार्यों की समीक्षा के लिए क्षेत्र के दौरे पर थीं। इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर और जिला कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष हरेंद्र सेन उनके साथ रहे।प्रतिभा सिंह ने कहा कि भारी बारिश व भू-स्खलन के कारण पंडोह-कुल्लू के बीच राष्ट्रीय उच्च मार्ग काफी प्रभावित हुआ है,
जिसके दृष्टिगत कुल्लू को अन्य सम्पर्क सड़कों के साथ जोड़ा जाना बहुत ही आवश्यक है, जिसके लिए कमांद-कटौला-बजौरा और चैलचौक-पंडोह सड़क का विस्तारीकरण कर इन मार्गो को कुल्लू-लेह के लिए वैकल्पिक मार्ग के तौर पर प्रयोग किया जा सकता है।सांसद ने केंद्र सरकार से प्रदेश में हुई प्राकृतिक आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग करते हुए राहत कार्यों के लिये उदारता से धन उपलब्ध करवाने की मांग की। उन्होंने कहा कि है कि प्रदेश में इस आपदा से भारी नुकसान हुआ है।
प्रतिभा सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार हर पीडि़त को राहत देने और प्रभावितों के पुनर्वास को लेकर पूरी गंभीरता से काम कर रही है। उन्होंने द्रंग विधानसभा क्षेत्र के कमांद, कटौला, बागी, टिहरी, राहला, रोपा, झिड़ी, नगवाई, टकोली, पनारसा इलाकों में आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने के साथ ही पीडि़तों के घर जाकर उनका दुख दर्द साझा किया और उन्हें ढांढस बंधाते हुए अपनी ओर से हर मदद का भरोसा दिलाया।
उन्होंने अधिकारियों को क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत तथा पेयजल आपूर्ति की शीघ्र बहाली सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, ताकि लोगों को असुविधा न हो।इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने सांसद को द्रंग क्षेत्र में आपदा से हुए नुकसान की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सभी प्रभावितों की हर संभव मदद कर रही है।
श्री ठाकुर ने कहा कि इस मुश्किल घड़ी में वे लोगों के साथ कंधे से कंधा मिला के खड़े हैं। लोगों को हुए नुकसान से वे व्यथित हैं और उनको वर्तमान में और आगे भी जिस भी तरह की सहायता की आवश्यकता होगी, वे उसके लिए तत्परता से काम करते रहेंगे