धर्मशाला : उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि जिला सुशासन सूचकांक वर्ष 2023-24 के आठ मूल विषय, 19 केंद्र बिंदुओं तथा 11 विशिष्ट कारकों बारे सभी विभागाध्यक्षों को समय पर सूचना उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि रिपोर्ट को आगामी कार्रवाई के लिए प्रेषित किया जा सके।
इस संबंध में उपायुक्त हेमराज बैरवा की अध्यक्षता में शुक्रवार को एनआईसी के सभागार में समीक्षा बैठक भी आयोजित की गई। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने सभी विभागाध्यक्षों से सुशासन सूचकांक को लेकर विस्तार से जानकारी भी हासिल की। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020-21 तथा वर्ष 2021-22 में सभी विभागों के अधिकारियों तथा कर्मचारियों कुशलतापूर्वक कार्य प्रणाली से जिला कांगड़ा को जिला सुशासन सूचकांक में पहला स्थान मिला था।
उन्होंने कहा कि इन प्रयासों को आगे भी जारी रखने के लिए कार्य करना अत्यंत जरूरी है। जिला सूचकांक पुरस्कार राशि की दूसरी किश्त के आवंटन करने के लिए सभी अधिकारियों को समय पर प्रस्ताव भेजने के निर्देश भी दिए गए हैं।
इससे पहले आर्थिक सलाहाकार हिमाचल प्रदेश सरकार विनोद राणा ने कांगड़ा जिला विगत दो वर्षों से राज्य स्तर पर जिला सुशासन सूचकांक में बेहतरीन कार्य कर रहा है तथा इस वर्ष जिला सुशासन सूचकांक में अन्य विभागों को सम्मलित किया गया है ताकि प्रत्येक क्षेत्र में बेहतरीन कार्य संभव हो सके। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों की आठ मूल विषय, 19 केंद्र बिंदुओं तथा 11 विशिष्ट कारकों के आधार पर रिपोर्ट तैयार की जानी है।
इससे पहले एडीसी सौरभ जस्सल ने जिला सुशासन सूचकांक की प्रगति रिपोर्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में जिला अनुसंधान अधिकारी स्वर्ण लता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित थे।