मंडी जिला पुलिस ने जिले के विभिन्न थानों में जमाती लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं। यह लोग निजामुदीन दिल्ली में तबलीगी में गए थे मगर वापस लौटकर उन्होंने इस बारे में स्वास्थ्य विभाग या पुलिस प्रशासन को सूचित नहीं किया और कोरोना सकंमण का खतरा पैदा किया। पुलिस अधीक्षक मंडी गुरदेव चंद शर्मा ने बताया कि ये मामले मुख्य चिकित्सा अधिकारी मंडी डॉ जीवा नंद चौहान की शिकायत पर दर्ज किए गए हैं। क्योंकि ऐसे लोगों को अपने लौटने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को देना जरूरी थी।
मुमताज अहमद निवासी डुगराईं डाकघर कनैड़ तहसील सुन्दरनगर, हसीन अहमद निवासी डुगराईं डाकघऱ कनैड तहसील सुन्दरनगर, जाकिर निवासी हाउस नंबर 89/12 राम नगर अप्पर मंगवाईं नजदीक वाटर टैंक मण्डी व याकूब निवासी नगवाईं तहसील औट के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। इन सभी ने निजामुदीन (दिल्ली) में तबलिगी जमात के मरकज में भाग लिया था, परन्तु वापिस आने पर अपनी उपस्थिति के वारें में प्रशासन को सूचित न किया। अत: उपरोक्त चारों व्यक्तियों ने कोरोना वायरस के सक्रमण की रोकथाम से सम्वन्धित राज्य सरकार की अधिसूचना की उल्लंघना की है। हैड कांस्टेबल यशपाल थाना औट को इस मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया है।
इसके अलावा बल्ह थाना के तहत आने वाले गांव मुंदड़ू की अनीता देवी पत्नी दलीप सिंह के खिलाफ तय वक्त के बाद भी करयाना की दुकान को खोले रखने का मामला दर्ज किया गया है। इसी तरह से बालीचौकी के नारायण दाव पुत्र शिवदास व अन्य पांच लोगों जो लाकडाउन के दौरान घर का निर्माण कर रहे थे पर भी राज्य सरकार की अधिसूचना की उल्लंघना का मामला दर्ज किया गया है।