मंडी: हिमाचल किसान सभा के राज्य उपाध्यक्ष और जिला परिषद सदस्य कुशाल भारद्वाज ने मच्छयाल का डबल लेन पुल बनकर ट्रैफिक के लिए तैयार होने के लिए अपने जिला परिषद वार्ड और जोगिंदर नगर की समस्त जनता को बधाई दी है। कुशाल भारद्वाज ने आज इस पुल का निरीक्षण किया तथा पुल के बनने के लिए समस्त जनता को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि हमारी मांग थी कि मच्छयाल में डबल लेन पुल बनना चाहिए, क्योंकि यह पुल जोगिंदर नगर को मकरीड़ी, लडभड़ोल, धर्मपुर, सरकाघाट, कोटली व पधर तहसीलों से जोड़ता है। पुराना पुल तोड़ने के 9 महीने बाद भी जब नए पुल का काम शुरू नहीं हुआ तो जिला परिषद का सदस्य बनने के बाद उन्होंने इसके निर्माण को जल्दी शुरू करने तथा अस्थाई एंगल आयरन पुल की गली सड़ी लकड़ी बदलने की मांग जिला परिषद के अंदर तथा विभाग व सरकार के समक्ष उठाई।
इसके लिए आज पास के लोगों व किसानों को संगठित कर आंदोलन भी शुरू किया था। जिसके परिणामस्वरूप नए पुल का निर्माण कार्य शुरू हुआ, लेकिन अस्थाई पुल की लकड़ी बदलने के लिए अधिकारियों, विधायक और तत्कालीन जलशक्ति मंत्री ने साफ मना करते हुए कहा कि लकड़ी के पुलों से ऐसी ही आवाज आती है, इसलिए लकड़ी नहीं बदली जायेगी। इसके बाद मैने टीम ले जाकर जर्जर लकड़ी वाले पुल का निरीक्षण किया तथा स्पष्ट कह दिया कि यदि इस पुल में गली सड़ी लकड़ी के कारण कोई दुर्घटना होती है तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर करवाई जायेगी। इसके बारे में जिला परिषद के अंदर और बाहर संघर्ष जारी रखा और इसी संघर्ष के बाद पश्चिम बंगाल से स्पैशल लकड़ी और पुणे से क्लैंप्स मंगवाए गए और सारी पुरानी लकड़ी बदली गई।
पुल निर्माण का जब कुछ हिस्सा बच गया और काम रुक गया तो वर्तमान लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह के समक्ष भी इस मुद्दे को उठाया और इसके लिए धनराशि का प्रावधान की घोषणा मंडी में स्वयं मंत्री जी ने की। अब यह पुल बनकर तैयार हुआ है, जिसके लिए मैं समस्त जनता को बधाई देता हूं। कुशाल भारद्वाज ने कहा कि मुझे आज ही पता चला कि 11 या 12 सितंबर को इसका उद्घाटन रखा गया है। मुझे इस बारे में कोई सूचना विभाग ने उपलब्ध नहीं करवाई है। हालांकि मैं यहां का जिला परिषद सदस्य हूं, लेकिन मुझे उद्घाटन कार्यक्रम की किसी ने न सूचना दी है न ही आधिकारिक तौर पर आमंत्रित किया गया है। मुझे नहीं मालूम कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारी किसके निर्देश पर काम करते हैं, लेकिन सबको सीधी राह लाना मुझे बखूबी आता है। फिलहाल मुझे खुशी है कि हमारे निरंतर प्रयासों संघर्ष में जनता से मिले साथ के दवाब के बाद पुल तैयार हुआ है।
कुशाल भारद्वाज ने कहा कि पुल ट्रैफिक के लिए तो तैयार है, लेकिन यदि मुख्यमंत्री व लोक निर्माण मंत्री एक दो दिन में इसके उद्घाटन करने आ रहे हैं तो उद्घाटन के हिसाब से पुल अभी तैयार नहीं है। पुल पर को तारकोल बिछी है वह निश्चित ही 10 दिन में उखड़ जाएगी। इसके अलावा पुल से आगे दोनों तरफ फुटपाथ अभी बना ही नहीं है, पुल पर रंग रोगन भी नहीं हुआ है और न ही रिफ्लेक्टर लगाए गए हैं। फुटपाथ पर रेलिंग भी नहीं लगी है। पुल के ऊपर कोई लाइट भी नहीं लगी है, जबकि यह पुल भीड़ भरे स्थान पर बना है।
DigiLocker issues for disabled: मंडी के बाबा भूतनाथ मंदिर परिसर में शनिवार को हिमालयन दिव्यांग…
Himachal Technical University convocation: हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय, हमीरपुर का पांचवां दीक्षांत समारोह राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी…
PWD Multi-Task Workers ₹5000: हिमाचल प्रदेश सरकार ने लोक निर्माण विभाग में नियुक्त करीब 4,800…
कांगड़ा एयरपोर्ट पर अत्याधुनिक डिसड्रोमीटर से मौसम अध्ययन को मिलेगा नया आयाम भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम…
Himachal building map approval fees: हिमाचल प्रदेश में अब मकान या व्यावसायिक भवन निर्माण और…
Himachal snowfall forecast: हिमाचल प्रदेश में आज वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) के सक्रिय होने का पूर्वानुमान…