Follow Us:

मंडी साक्षरता समिति ने 15 अप्रैल तक 50 हजार मास्क बनाकर बांटने का लक्ष्य रखा

बीरबल शर्मा |

साक्षरता, स्वच्छता, मेरी लाडली और सूक्ष्म बीमा में देश की नंबर वन संस्था मंडी साक्षरता एवं जन विकास समिति अपने सामाजिक सरोकारों का निर्वहन करते हुए कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में भी अपनी भूमिका निभाने जा रही है। समिति की ओर से ग्रामीण स्तर पर स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से कपड़े के मास्क बनाकर बांटने की मुहीम शुरू कर दी गई है। आने वाले 15 अप्रैल तक समिति मंडी जिला में पचास हजार मास्क बनाकर बांटने के लक्ष्य को लेकर चल रही है।

समिति के अध्यक्ष हेमंत राज वैद्य और महासचिव भीम सिंह ने बताया है कि समिति द्वारा गठित स्वयं सहायता समूहों में हर ब्लॉक में कम से कम 100 महिलाएं हैं। उन्होंने बताया कि एक महिला कम से कम पचास मास्क बनाने का लक्ष्य लेकर चलेगी। तो एक ही ब्लॉक में पांच हजार मास्क बनकर तैयार होगें। जबकि जिला के 11 ब्लाकों में यह आंकड़ा 55 हजार तक पहुंच जाएगा। उन्होंने बताया कि पूर्व  में भी समिति जिला प्रशासन के साथ विभिन्न अभियानों को लेकर कार्य करती रही है। समिति के ग्रासरूट के कार्यकर्ता अपने.अपने क्षेत्र में पहले से ही स्कूली बच्चों को स्वच्छता संबंधित टिप्स देते रहे हैं। जिसमें हाथ धोने के तरीकों को लेकर बुकलेट इत्यादि आवंटित कर जागरूक किया जाता रहा है।

समिति के महासचिव भीम सिंह ने बताया कि व्हाटसएप ग्रुप के माध्यम से इस बारे मॉनिटरिंग की जा रही है। जिसके उत्साहजनक परिणाम आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए  सदर क्षेत्र की ग्राम पंचायत कोट के गांव कून में मास्क बनाकर जगदीश चंद के माध्यम से लोगों को बांटे गए । इसके अलावा  महिला मंडल जुगास की महिलाओं ने मास्क बनाने का जिम्मा अपने स्तर पर लिया है।

इसके अलावा नगर परिषद सुंदरनगर में त्रिपुर सुंदरी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने राशन के डिपो में राशन लेने आए सभी लोगों के हाथ सैनेटाइज करवाए। भीम सिंह ने बताया कि समिति के कार्यकर्ता सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए फोन पर ही संपर्क रखेंगे और अपने ग्रुप में ही घर से सूचना अपडेट करते रहेंगे। उन्होंने बताया कि इस समय ग्रास रूट पर समिति के एक हजार कार्यकर्ता हैं, जिन्हें सामाजिक सुरक्षा के एवं सोशल डिस्टेंसिंग के दायरे में रह कर उपायुक्त में के निर्देशों का पालन करते हुए कार्य करने केलिए प्रेरित किया जा रहा है। जिसके बेहतर व उत्साहजनक परिणाम सामने आ रहे हैं।