उपायुक्त कार्यालय मंडी में 29 वर्षों से बतौर पीएसओ सेवाएं देने वाले प्रितम ठाकुर रिटायर हो गए हैं। इस दौरान वे 15 डीसी के साथ काम कर चुके हैं। मंडी जिला का शायद ही कोई ऐसा कोना हो जो अपने सेवाकाल में प्रितम ठाकुर ने न देखा हो। लिहाजा उनके साथ लोगों का लगाव और अपनापन किसी से छिपा नहीं है। अपनी कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी से इस मिलनसार पुलिस कर्मचारी ने लाखों लोगों का दिल जीता है और जब सेवानिवृत हुए तो पुलिस और उपायुक्त कार्यालय के सचिवालय में तैनात कर्मचारी सब भावुक हो गए।
मंडी जिला की चच्योट पंचायत के भदरौण निवासी प्रितम ठाकुर 1992 से बतौर पीएसओ डीसी. मंडी कार्यालय में तैनात हुए थे। उस वक्त युवा आईएएस. अजय मित्तल को यहां का डीसी बनाकर सरकार ने भेजा था जो गत्त वर्ष ही भारत सरकार में सचिव पद से सेवानिवृत हुए हैं। इस अवधी में प्रितम ने अलग-अलग 15 आईएएस. अधिकारियों के साथ काम किया जो बतौर डीसी यहां तैनात रहे। इनमें संजीव गुप्ता, तरूण श्रीधर, अली रजा रिजवी, सुभाशीष पांडा, ओंकार शर्मा, अमनदीप गर्ग, देवेश कुमार, संदीप कदम जैसे नाम शामिल हैं।
खास बात यह है कि डीसी कार्यालय में उनकी तैनाती उनके व्यवहार कुशल, ईमानदार, कतव्र्यनिष्ठा और जिला के जानकार होने के नाते होती रही है। डीसी कार्यालय जब भी कोई बुजुर्ग और दिव्यांग आता था तो प्रितम ठाकुर उनको सहारा देकर साहब से मिलाते थे। कई बार गांव व दूरदराज से आए फरियादी से भाषा की समस्या भी बाहरी राज्यों से आए अधिकारियों को आन पड़ती थी तो पीएसओ. प्रितम ठाकुर ही दुभाषीए का काम कर उनकी समस्या निराकरण की कड़ी बनते थे। अपने साढ़े 34 वर्ष के सेवाकाल में पहले 5 वर्ष ही प्रितम ठाकुर पुलिस विभाग में रहे और उसके बाद उन्होंने अपनी सेवाएं लगातार 29 वर्ष डीसी. कार्यालय में ही दी। इस दौरान गत्त वर्ष ही उनकी हैडकांस्टेबल से एएसआई. पद पर पदोन्नति हुई थी। पीएसओ प्रितम ठाकुर ने इस दौरान सबसे ज्यादा कार्याकाल तरूण श्रीधर, संदीप कदम और वर्तमान डीसी. ऋगवेद ठाकुर के साथ काटा।