डॉ. राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में सोमवार को मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम ने दबिश दी। टीम के तीनों सदस्यों ने पहुंचते ही अलग अलग ढंग से काम करना शुरू कर दिया। सबसे पहले अस्पताल के वार्डों की व्यवस्थाएं जांची गई। इसके बाद टीम ने डॉक्टरों की डिग्रियां जांची। सारी प्रक्रिया की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की गई है।
टीम के निरीक्षण में सामने आया की मेडिकल कॉलेज की लाइब्रेरी में किताबें तक नहीं है। वही छात्रों के लिए मेडिकल कॉलेज की बस सुविधा तक नहीं। एचआरटीसी बस के माध्यम से छात्रों को लाया वह ले जाया जाता है। इसके साथ ही कई अन्य खामियां पाई गई है। टीम के सदस्यों ने ब्रिज कोर्स कर रहे प्रशिक्षुओं से भी सवाल जवाब किए। बता दें की एमसीआई का यह दौरा मेडिकल कॉलेज का तीसरा बैच तय करेगा। एमसीआई अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी।
अगर रिपोर्ट में ज्यादा खामियां पाई गई तो तीसरे बैच के संचालन पर खतरा मंडरा सकता है। फिलहाल टीम ने गहनता से पूरे रिकॉर्ड को खंगाला है। सुबह से लेकर शाम तक टीम मेडिकल कॉलेज में डटी रही।
वही हमीरपुर मेडिकल कॉलेज के हालातो की वात करे तो यहाँ पर व्यवस्था जैसी नहीं है जैसे एक मेडिकल कॉलेज की होनी चाहिए आज यहाँ मेडिकल कॉलेज की टीम जांच के लिए आई है और सिटी स्कैन की मशीन खराव पड़ी हुई है जब इसके वारे मेडिकल कॉलेज के मुखिया से वात करने की कोशिश की तो उन्होंने कमरे में आने से मना कर दिया बोले मेडिकल सुपरिडेंट ही वात करेंगे इससे साफ़ हो जाता है कॉलेज प्रिंसिपल कमियों को छुपाने के लिए एक दूसरे की तरफ इसारा करते हैं।