हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं की खस्ता हालत है। वहीं, देखा जाए तो पांगी में स्वास्थ्य सुविधाओं की हालत बद से बदतर है। जनजाति क्षेत्र पांगी की 16 पंचायतों में उप स्वास्थ्य केंद्र चपरासियों के सहारे हैं। इन अस्पतालों में एक भी डॉक्टर नहीं है। जिसका खामियाजा आम जनता को बीमारी के घड़ी में उठानी पड़ रही है। बदहाली के ये आलम है कि पिछले दिनों एक गर्भवती महिला ने इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया। अब इस घटना के बाद कांग्रेस ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
यूथ कांग्रेस के महासचिव सुरजीत भरमौरी ने गर्भवती महिला की मौत के लिए प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा है कि पांगी जैसे जनजातीय क्षेत्रों की अनदेखी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आए दिन इलाज के अभाव में लोगों को अपनी जान देकर इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है। भरमौरी ने स्वास्थ्य की खस्ताहाल सेवाओं के साथ-साथ प्रशासनिक सुविधाओं को लेकर भी सरकार पर करारा हमला बोला है।
108 और 102 एंबुलेंस सेवा भी पांगी से नदारद
पांगी क्षेत्र में स्वास्थ्य के लिहाज से अहम एंबुलेंस सेवा 108 और 102 भी ठप पड़ी हुई है। इसी का नतीजा रहा कि एक गर्भवती महिला की मौत हो गई। उसे समय पर इलाज नहीं मिल पाया। युवा कांग्रेस के महासचिव सुरजीत ने इसे प्रदेश सरकार की अनदेखी बताया है। सुरजीत का कहना है कि कहने के लिए सरकार ने चंबा को पिछड़ा जिला घोषित कर दिया है, लेकिन इसकी अनदेखी लगातार जारी है।
अधिकारियों के पद भी हैं खाली
एसडीएम पांगी, एडीएम भरमौर, तहसीलदार भरमौर, तहसीलदार पांगी और बीडीओ भरमौर जैसे अहम पद खाली हैं। गौरतलब है कि इन अधिकारियों के नहीं होने से भी पांगी और भरमौर की जनता को प्रशासनिक मामलों में काफी फजीहतों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही साथ विकास कार्य भी ठप पड़े हुए हैं।