प्राकृतिक आपदा से प्रदेश में हुए अप्रत्याशित नुकसान से उबरने के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। सार्वजनिक सुविधाओं को पुनः संचालित करने के साथ प्रभावितों को हर प्रकार का सहयोग उपलब्ध करवाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। ज्लालामुखी विधानसभा क्षेत्र में बरसात से हुए नुकसान का निरीक्षण करते हुए इलाके के विधायक संजय रतन ने यह शब्द कहे। इस दौरान उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल भी साथ रहे।
उन्होंने ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर मौके का जायजा लिया। उन्होंने इस दौरान ग्राम पंचायत चौकी, सुरानी सड़क, पुखरू, लगड़ू सहित अन्य क्षेत्रों का दौरा कर स्थितियों का मुआयना किया। संजय रतन ने लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति विभाग और सार्वजनिक सुविधाओं से जुड़े अन्य विभागों के अधिकारियों को तेज गति से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बरसात से हुए नुकसान से पूरी तरह से निपटने में अभी समय लगेगा लेकिन आम जनमासन की सहूलियत के लिए सड़कों और पेयजल योजनाओं को समय से रिस्टोर किया जाए।
उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा से जिन लोगों के आशियाने क्षतिग्रस्त हुए हैं, उनको राहत शिविरों में ठहराया गया है तथा वहां उनके लिए हर प्रकार की आवश्यक व्यवस्था की गयी है। उन्होंने इस दौरान राहत शिविर पुखरू में जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा प्रभावितों का हाल जाना। उन्होंने बताया कि ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र में अभी कुल पांच रिलीफ कैंप चल रहे हैं, जिनमें लगभग 142 लोग रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रभावित परिवारों के मकान दोबारा बनने तक उनके लिए लिए किराये के मकान में रहने का खर्च उठाने की बात कही है।
इससे पूर्व संजय रतन और उपायुक्त ने ज्वालामुखी मंदिर का निरीक्षण कर यहां व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि श्री ज्वाला जी मंदिर में देश-विदेश से भारी संख्या में श्रद्धालु शीश नवाने आते हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यहां आने वाले तीर्थ यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए सभी व्यवस्थाएं चाक चौबंद होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मंदिर के सौंदर्यीकरण को लेकर विस्तृत रूप से कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि माता का दरबार हर प्रकार से सुंदर और स्वच्छ रहे, इसके लिए मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण पर विशेष बल दिया जाए।
विधायक संजय सतन ने डीसी के साथ ज्वालामुखी में निर्मित शिक्षक सदन और विश्राम गृह परिसर का दौरा कर उसका निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि लगभग 3 करोड़ 28 लाख की लागत से बना यह परिसर पूरी तरह बनकर तैयार है और इसे जल्द ही स्कूल शिक्षा बोर्ड को सौंप दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस परिसर में स्कूल शिक्षा बोर्ड का पुस्तक भंडार एवं वितरण केंद्र, सूचना एंव मार्ग दर्शन केंद्र, सम्मेलन कक्ष, प्रतीक्षा कक्ष सहित विश्राम गृह रहेगा। उन्होंने इसके बाद ज्लावामुखी के लगड़ू में संयुक्त कार्यालय भवन के लिए भूमि का निरीक्षण भी किया।