Organic Farming Boost in Mandi: प्राकृतिक खेती विधि को बढ़ावा देने और किसानों की आय में सुधार के उद्देश्य से प्रदेश सरकार के प्रयासों से मंडी जिले के किसानों को लाभ मिला है। प्राकृतिक तरीके से उगाई गई मक्की पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) घोषित होने से उनकी आमदनी में डेढ़ गुना तक वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू द्वारा घोषित इस योजना के तहत मक्की के लिए MSP 30 रुपए प्रति किलोग्राम और गेहूं के लिए 40 रुपए प्रति किलोग्राम रखा गया है, जो देशभर में सर्वाधिक है।
राजीव गांधी प्राकृतिक खेती स्टार्ट-अप योजना के अंतर्गत राज्य सरकार ने जहर-मुक्त खेती को बढ़ावा देने का लक्ष्य रखा है। पहले चरण में प्रदेश के हर पंचायत से 10 किसानों को जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिससे लगभग 36,000 किसानों को लाभ मिलेगा। खरीद केंद्रों के माध्यम से मक्की की खरीद जारी है और इसके लिए मंडी जिले में चार केंद्र स्थापित किए गए हैं। दूसरे चरण में, 18 नवंबर से शुरू होने वाले अभियान में इन केंद्रों में खरीद बढ़ाई जाएगी और 500 क्विंटल मक्की खरीदने का लक्ष्य रखा गया है।
बीर गांव के बलवीर सिंह, जो लगभग छह साल से प्राकृतिक खेती कर रहे हैं, ने बताया कि इस वर्ष उनकी मक्की की अच्छी पैदावार हुई और सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर खरीद से उन्हें बेहतर दाम मिले। इसी प्रकार, कटवांडी गांव की नेहा कुमारी ने भी प्राकृतिक खेती से उगाई गई मक्की को समर्थन मूल्य पर बेचकर अपनी आय में वृद्धि की। मंडी जिला में आत्मा परियोजना के निदेशक राकेश कुमार ने बताया कि इस पहल से अब तक 142 क्विंटल मक्की की खरीद की जा चुकी है, और दूसरे चरण में लक्ष्य बढ़ाया गया है।