उना के हरोली में रोष प्रदर्शन करते हुए नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश सरकार को धर्मशाला विधानसभा के बाहर खालिस्तानी झंडे लगाने को लेकर आड़े हाथों लिया । मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से फेल हो चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऐसी घटनाएं तब भी नहीं हुई जब आतंकवाद का दौर था। अब लोग ऐसा दुस्साहस करने लगे हैं कि विधानसभा तक पहुंच गए यह एक चिंतनीय विषय है। अब विदेश में बैठे आतंकी शिमला में खालिस्तानी झंडा फहराने की बात कहते हैं तो कभी ऊना में खालिस्तानी झंडे लगा देते हैं, लेकिन सरकार बजाए सबक लेकर सतर्क रहती और नींद से जागी होती तो ऐसा न होता जो धर्मशाला में हुआ है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कह रहे हैं कि रात के अंधेरे में असामाजिक तत्व इस घटना को अंजाम देकर चले गए लेकिन मुख्यमंत्री यह नहीं जानते कि बात अंधेरे की हो या उजाले की, हिमाचल प्रदेश की जनता की सुरक्षा उनकी सरकार की जिम्मेदारी है। प्रदेश सरकार को यह बात समझनी चाहिए कि पूरे मामले की जिम्मेदारी बीजेपी सरकार की है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी इस घटना की निंदा करती हैं और प्रदेश सरकार को बताना चाहते हैं कि ऐसी वारदातों को अंजाम देने वाले बचकर नहीं जाने चाहिए।जब पंजाब में आतंकवाद चर्म पर था तब भी हिमाचल में कभी इस तरह कि घटना नही हुई थी। जबसे पंजाब में सत्ता परिवर्तन होकर नई सरकार बनी है, हिमाचल में भी खालिस्तानी गतिविधियां और गुंडागर्दी प्रखर हो गई हैं। कांग्रेस पार्टी देश की एकता की पक्षधर है। हिमाचल भारत का अखंड हिस्सा है और हम इसकी अखंडता भंग करने वाली या उसका समर्थन करने वाली हर आवाज़ के ख़िलाफ़ है। सरकार इन लोगों के खिलाफ जल्द ही कड़ी कार्रवाई करे।