नगर निगम शिमला ने गुरुवार को अपना वार्षिक बजट 2021-22 पेश किया है। मेयर सत्या कौंडल ने अपने कार्यकाल का यह दूसरा बजट पेश किया है। यह 222.41 करोड़ रुपए का बजट है और पिछले वर्ष की तुलना में करीब तीन करोड़ रुपए कम रहे। मेयर सत्या कौंडल ने बजट पेश करते हुए ऐलान किया कि शिमला नगर निगम के दायरे में शराब पर 2 रुपये से सेस बढ़ाकर 5 रुपये प्रति बोतल कर दिया गया है। वहीं, बिजली की प्रति यूनिट पर निगम ने सेस 10 पैसे से बढ़ाकर 20 पैसे कर दिया है। इससे निगम को 1.75 लाख की अतिरिक्त आय होगी। ऐसे में महंगाई की मार झेल रही जनता पर अब और बोझ पड़ेगा।
वहीं, शिमला में एंट्री पर ग्रीन टैक्स की योजना को भी फिर से बजट में शामिल किया गया है। इसके अलावा स्मार्ट सिटी और अम्रुत कार्यों को धरातल पर लाने के लिए कार्य किया जाएगा। एक छत के नीचे सभी सुविधाएं मिलेंगी और स्मार्ट सिटी के तहत नगर निगम का भवन बनेगा। उन्होंने कहा कि रिज पर स्थित स्टेट पुस्तकालय को एल्डर क्लब बनाया जाएगा।
कांग्रेस के मन्जयाट वार्ड के पार्षद दिवाकर शर्मा ने कहा कि बजट आम जनता के लिए कोई राहत देने वाला नहीं है। पुरानी योजनाओं को ही फिर से निगम में लाया गया है। बजट पर सभी से सुझाव लिए गए थे लेकिन बजट में उन्हें शामिल नहीं किया गया है। बिजली पर सेस बढ़ा दिया गया है। पार्किंग, ट्रैफिक जैसी शहर की मूलभूत जरूरतों का बजट में कोई ध्यान नही रखा गया है।
उधर, सीपीएम पार्षद शैली चौहान ने इस बजट को मिला जुला बताया है। उन्होंने कहा कि बिजली पर सेस बढ़ाना आम जनता पर महंगाई के दौर में अतिरिक्त बोझ है लेकिन कुछ योजनाओं में जनता को राहत भी दी गई है।