औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ के सल्लेवाल में एक मिक्सी बनाने वाली प्रिथी हिमाचल कंपनी द्वारा सैकड़ों मजदूरों के साथ शोषण का मामला सामने आया है। कंपनी प्रबंधन ने बिना मजदूरों को बताए रातों-रात कंपनी को बेच दिया है। इसके चलते 300 से ज्यादा कामगार बेरोजगार होने की कगार पर आ चुके हैं। मजदूरों को नोटिस मिलने के बाद जब कंपनी के बेचे जाने की बात का पता चला तो कंपनी के सैकड़ों मजदूरों ने कंपनी के गेट पर अपना रोष प्रकट किया।
कामगारों ने कंपनी प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि 4 दिन पहले ही उन्हें नोटिस दिया गया है और कंपनी को मालिक द्वारा किसी अन्य व्यक्ति को बेच दिया गया है। उन्हें 22 जनवरी तक का समय नोटिस के दौरान दिया गया है जो कि बहुत कम है। उन्होंने कहा है कि अगर कंपनी को बेचना ही था तो करीबन 1 साल पहले क्यों नहीं बताया गया।
कामगारों ने लेबर ऑफिस में शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई है। मजदूरों का कहना है कि कंपनी मालिक ने हिमाचल सरकार के दी टैक्सों में 10 साल की छूट का फायदा उठाया और अब कंपनी मैनेजमेंट भागने की फिराक में हैं। इसके चलते 300 से ज्यादा कामगार सड़क पर आ चुके हैं। मजदूरों का कहना है कि अगर उनका हिसाब एग्रीमेंट के अनुसार नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में कंपनी के गेट पर एक साथ आत्मदाह करने को मजबूर होंगे, जिसकी जिम्मेदारी कंपनी मैनेजमेंट और स्थानीय प्रशासन की होगी।