एनएचएम अनुबंध कर्मचारी पिछले लंबे अरसे से सरकार से रेगुलर पे स्केल की मांग कर रहें हैं। कर्मचारियों ने धरने प्रदर्शन व सरकार को ज्ञापन भी दिए लेकिन उनकी मांग दो दसकों से पूरी नहीं हो पाई है। चुनावी वर्ष में कर्मचारियों को उम्मीद है कि सरकार उनकी मांग को मानेगी। अगर ऐसा नहीं हुआ तों संघ ने सरकार को चुनावों में इसका नतीजा भुगतने के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी है।
राज्य स्वास्थ्य समिति अनुबंध कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अमीन चंद शर्मा ने कहा कि पिछले 24 साल से अपने हक़ की लड़ाई लड़ रहें हैं लेकिन आज तक इस पर सरकार ने गौर नहीं किया। कर्मचारियों को रेगुलर या रेगुलर पे स्केल दिया जाए। केबिनेट में सरकार इस मुद्दे को लाया जाए अन्यथा नुक्सान झेलने के लिए सरकार तैयार रहें। सरकार अगर उनके पक्ष में निर्णय नहीं लेती है तों चुनावों में खामियाजा भुगतने के लिए तैयार रहें।
2016 में तत्कालीन सरकार द्वारा मंत्रिमंडल के फैसले में एक नोटिफिकेशन जारी की गई थी कि इन्हें रेगुलर पे स्केल दिया जाएगा उसी नोटिफिकेशन को आधार बनाकर राज्यों में मेडिकल कॉलेजों ने अपने अधीन 13 कर्मचारियों को यह सुविधाएं प्रदान कर दी थी लेकिन अफसोस है कि बाकी बचे हुए कर्मचारी इससे वंचित हैं।