डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति ने जानकारी देते हुए बताया कि कांगड़ा जिला के किसी भी अस्पताल में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। बद्दी से ऑक्सीजन की नियमित सप्लाई आज शनिवार से शुरू हो गई है। पालमपुर की एक एंटरप्राइजेज को लिक्विड ऑक्सीजन के भंडारण के लिए प्राधिकृत किया गया है और बद्दी से शनिवार को 8 मिट्रिक टन ऑक्सीजन की सप्लाई यहां पहुंचाई गई है। यहां से कॉविड- 19 के इलाज के लिए प्राधिकृत सरकारी तथा निजी अस्पतालों को ऑक्सीजन सप्लाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि बद्दी से पालमपुर के लिए हर दूसरे दिन 5 मिट्रिक टन ऑक्सीजन की सप्लाई की जाएगी। इसके साथ ही मंडी के मांडव आईनॉक्स से जोनल अस्पताल धर्मशाला के लिए और बद्दी से टांडा मेडिकल कॉलेज के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति शुरू हो जाएगी।
उपायुक्त ने बताया कि जिला प्रशासन कोविड-19 से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है और ऑक्सीजन की सप्लाई को सुनिश्चित बनाए रखने के लिए धर्मशाला के जिला परिषद हाल में ऑक्सीजन सिलेंडर का गोदाम स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के रोगियों को स्वास्थ्य मापदंडों के आधार पर ऑक्सीजन की मात्रा सुनिश्चित की जा रही है और जिला के लोग ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर भ्रांतियों से दूर रहें।
राकेश प्रजापति ने कहा कि कांगड़ा जिला में कोविड से निपटने के लिए कोविड अस्पतालों तथा निजी अस्पतालों में बेड क्षमता में बढ़ोतरी की गई है तथा अब तक जिला में कोविड के लिए 665 बेड की क्षमता है जबकि 29 अप्रैल तक 323 कोविड रोगी अस्पतालों में भर्ती हुए हैं। उन्होंने कहा कि जोनल अस्पताल धर्मशाला में 175, मेडिकल कालेज टांडा में 120, पालमपुर विवेकानंद अस्पताल में 35, सिटी केयर गगल में 50, सूर्या हास्पीटल रैहण में 20, बालाजी अस्पताल में 40, सिटी हास्पीटल मटौर में 25, पपरोला आयुर्वेदिक कालेज में 100 जबकि मिलट्री हास्पीटल योल तथा पालमपुर में 100 के करीब बेड की व्यवस्था कोविड पॉजिटिव रोगियों के लिए की है।