इंडियन टेक्नोमैक कंपनी के करीब 6 हजार करोड़ रुपये के कर एवं कर्ज महाघोटाले में बिजली बोर्ड के अधिकारियों की गिरफ्तारी हो सकती है। इस मामले में अगले सप्ताह चालान पेश किया जाएगा। इस महाघोटाले में पूर्व आइएएस अधिकारी के बेटे विनय शर्मा की गिरफ्तारी के बाद अब बिजली बोर्ड के अधिकारियों पर भी शिकंजा कसने वाला है। बिजली बोर्ड से 4.59 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी को लेकर स्टेट सीआइडी अगले सप्ताह चालान पेश करने की तैयारी में है।
सिरमौर के पावटा साहिब के तहत माजरा में स्थित इंडियन टेक्नोमैक कंपनी के मामले में दो विभागों के अधिकारी सीआइडी के राडार पर हैं। इनमें आबकारी एवं कराधान विभाग के अलावा बिजली बोर्ड के वे अधिकारी भी शामिल हैं जिन्होंने डेढ़ वर्ष से भी ज्यादा समय तक बिना बिल लिए कंपनी को बिजली आपूर्ति चालू रखी। वहीं, आम लोगों की बिजली का कनेक्शन एक से दो महीने का बिल जमा न करने पर काट दिया जाता है।
सीआइडी ने बिजली बोर्ड के साथ की गई धोखाधड़ी के मामले में उन दस्तावेजों को बरामद कर लिया है जिनमें 4.59 करोड़ रुपये की फर्जी ऑनलाइन बिलिंग की गई थी। इस मामले में विनय शर्मा को मुख्य आरोपित बनाया गया है जबकि जैसे-जैसे जांच में और कड़ियां जुड़ेंगी, अन्य लोगों के नाम भी शामिल किए जाएंगे। इस संबंध में बिजली बोर्ड के अधिकारियों की मिलीभगत को भी खंगाला जा रहा है।