हिमाचल में प्रदेश सरकार औद्योगिकरण को और बढ़ावा देने के बड़े-बड़े दावे तो करती है लेकिन औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ से अब औद्योगिक इकाइयां पलायन कर रही हैं। ऐसा ही एक मामला नालागढ़ के भीड़ पलासी गांव में सामने आया जहां पर एक सेब और अंडों की ट्रे बनाने वाली फैक्ट्री पर रातों-रात ताला लगा दिया गया। फैक्ट्री बंद करने के बाद मालिक फरार बताया जा रहा है।
उद्योग बंद होने से करीब 50 मजदूर बेरोजगार हो गए हैं। मजदूरों ने सोमवार को कंपनी के गेट पर कंपनी प्रबंधन के खिलाफ जहां नारेबाजी कर रोष प्रदर्शन किया, वहीं श्रम निरिक्षक नालागढ़ को शिकायत देकर कंपनी प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग उठाई है। मजदूरों ने बताया कि कंपनी प्रबंधन ने रातों-रात फैक्टरी बंद करके ताला लगा दिया है और वे अब बेरोजगार होने की कगार पर आ चुके हैं। मजदूरों ने आरोप लगाया कि फैक्टरी मालिक द्वारा बाहर से कंटेनर मंगवाकर कंपनी में रखी मशीनरी व सामान ढोया जा रहा है।
मजदूरों ने कहा है कि जब तक कंपनी प्रबंधन उनका पूरा हिसाब नहीं करता, वे फैक्टरी से माल बाहर नहीं जाने देंगे और कंपनी के बाहर ही बैठकर धरना देंगे। मजदूरों ने चेतावनी देकर कहा है कि अगर जल्द ही कंपनी प्रबंधन द्वारा उनका पूरा हिसाब किया गया, तो सभी मजदूर आंदोलन का रास्ता तैयार करने को मजबूर होंगे, जिसकी जिम्मेदारी कंपनी प्रबंधन व स्थानीय प्रशासन की होगी, जबकि श्रम विभाग नालागढ़ के अधिकारी राकेश शर्मा का कहना है कि मजदूरों की शिकायत आई है और मामले की जांच की जा रही है।