हिमाचल प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण समिति द्वारा शिक्षा विभाग के सभी उप-निदेशकों के लिए अभिविन्यास (ओरिएन्टेशन) बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए परियोजना निदेशक राजीव कुमार ने कहा कि बैठक का मुख्य उद्देश्य शिक्षा विभाग के माध्यम से प्रदेश के सभी स्कूलों के विद्यार्थियों को एचआईवी/एड्स के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि युवाओं और बच्चों को अगर एचआईवी के बारे में पूरी जानकारी होगी तो वह स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सकेंगे।
प्रदेश के युवाओं में एचआईवी से संक्रमित होने की प्रतिशतता के मद्देनज़र राज्य एड्स नियंत्रण समिति युवाओं को जागरूक करने के लिए व्यापक स्तर पर कदम उठा रही है। राज्य एड्स नियंत्रण समिति द्वारा ‘व्यस्क शिक्षा कार्यक्रम’ के तहत 1,997 स्कूलों में 18 घंटे का पाठ्यक्रम शुरू किया गया है। इस पाठ्यक्रम के जरिए नौंवी से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों को आयु अनुसार एचआईवी के विषय में विस्तृत जानकारी दी जा रही है।
परियोजना निदेशक ने कहा कि ‘व्यस्क शिक्षा कार्यक्रम’ के तहत 3,994 शिक्षकों को जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थानों के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया है। उन्होंने प्रतिभागियों से कहा कि राज्य एड्स नियंत्रण समिति द्वारा किए जा रहे प्रयासों में भरपूर सहयोग करें.
ताकि राज्य के बच्चों और युवाओं को एचआईवी और नशे के सेवन करने जैसी बुरी आदतों से बचाया जा सके। उन्होंने सभी शिक्षा उप-निदेशकों को एचआईवी के संबंध में वर्ष भर आयोजित किए जाने वाले जागरूकता कार्यक्रमों की रूपरेखा तैैयार करने के निर्देश भी दिए।