Baba Balak Nath Temple canteen closed: हमीरपुर के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में ट्रस्ट की कैंटीन में बनाए गए रोट प्रसाद के दो सैंपल खाद्य सुरक्षा जांच में फेल होने के बाद कैंटीन को बंद कर दिया गया है। रिपोर्ट में पाया गया कि ये रोट खाने लायक नहीं थे और इनमें वासापन (स्टेलनेस) पाया गया, जो स्टोरेज में कमी के कारण हुआ। जांच के बाद उपायुक्त हमीरपुर अमरजीत सिंह ने कैंटीन को तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश दिया है। अब इस कैंटीन को आउटसोर्स पर संचालित करने की योजना है, जिसका टेंडर दो-तीन दिनों में आवंटित किया जाएगा।
रोट प्रसाद की गुणवत्ता पर सवाल
जांच के दौरान पाया गया कि रोट को सही ढंग से स्टोर नहीं किया गया था। यह रोट प्रसाद मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा बाबा बालक नाथ को चढ़ाया जाता है और बाद में इसे दुकानों में प्रसाद के रूप में बेचा जाता है। आमतौर पर इसे 2-3 सप्ताह तक प्रयोग किया जाता है, लेकिन खराब भंडारण के कारण इसकी गुणवत्ता प्रभावित हो रही है।
खाद्य सुरक्षा विभाग के अतिरिक्त कमिश्नर अनिल शर्मा ने बताया कि प्रशासन दुकानदारों को जागरूक करने के साथ खाद्य सुरक्षा से जुड़ी गतिविधियों को तेज करेगा। भविष्य में सैंपल फेल होने पर लाइसेंस निलंबन और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
भोग परियोजना लागू होगी
डीसी अमरजीत सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में ‘भोग’ परियोजना को मंदिर में लागू करने का निर्णय लिया गया है। इस योजना के तहत कर्मचारियों को खाद्य सुरक्षा का प्रशिक्षण, स्वास्थ्य कार्ड और सर्टिफिकेशन प्रदान किया जाएगा। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) के निर्देशानुसार, पूजा स्थलों पर स्वच्छता और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
आउटसोर्स पर होगी कैंटीन की नई शुरुआत
कैंटीन को बंद करने के बाद इसे आउटसोर्स पर संचालित करने की योजना है। डीसी ने स्पष्ट किया कि इससे कैंटीन संचालन में स्वच्छता और गुणवत्ता सुनिश्चित की जाएगी।