Panchang December 2024: शनिदेव को न्याय के देवता कहा जाता है, जो मनुष्य के कर्मों का निर्णय करते हैं। ज्योतिष में शनि को अशुभ ग्रह माना गया है, जिससे साढ़ेसाती का नाम सुनते ही लोग भयभीत हो जाते हैं। ज्योतिष विशेषज्ञ अनिल शास्त्री के अनुसार, शनि व्यक्ति को संकटों के माध्यम से निखारते हैं और उसे कर्मशील बनाते हैं। साढ़ेसाती का प्रभाव व्यक्ति की कुंडली में शनि की स्थिति पर निर्भर करता है। यदि शनि शुभ स्थान पर हो, तो सफलता और समृद्धि मिलती है, जबकि अशुभ शनि कष्ट और बाधाएं उत्पन्न करता है।
तुला राशि में शनि उच्च और मेष में नीच माने जाते हैं। साढ़ेसाती के दौरान ईमानदारी और निष्ठा से किए गए कार्य शनिदेव को प्रसन्न करते हैं। यह अवधि न्याय और कर्म की परीक्षा का समय होती है। जिनकी कुंडली में शनि बलवान हो, वे न्याय से जुड़े क्षेत्रों में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
साढ़ेसाती के दौरान जोखिम भरे कार्यों, झूठ, धोखा, चोरी, और अनैतिक तरीकों से बचना चाहिए। मांस-मदिरा का सेवन, क्रोध, लालच, और बासी भोजन से परहेज करना चाहिए। रात को अकेले यात्रा और काले कपड़े खरीदने से भी बचा जाना चाहिए।
शनिवार को शनि देव की पूजा, हनुमान चालीसा का पाठ, और गरीबों को भोजन व वस्त्र दान करना लाभकारी माना गया है। नीलम धारण करने से पहले ज्योतिषीय परामर्श लेना चाहिए। शनि स्तोत्र का पाठ, ध्यान, और शनिदेव को तेल व काले वस्त्र दान करने से राहत मिलती है। जरूरतमंदों की सेवा और जानवरों की देखभाल शनिदेव को प्रसन्न करती है।
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