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आज से पौष मास का शुभारंभ हुआ, जिसे सूर्य देव और पितरों की पूजा के लिए पवित्र माना गया है।
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इस माह में पिंडदान, तर्पण और सूर्य उपासना से पितृ दोष समाप्त होता है और जीवन में शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
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पंचांग के अनुसार, आज का दिन धार्मिक नियमों का पालन करने और पितरों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उपयुक्त है।
Paush Month 2024: आज से पौष मास प्रारंभ हो चुका है, जिसे हिंदू धर्म में पितरों और सूर्य देव की आराधना के लिए विशेष महत्व दिया जाता है। मार्गशीर्ष पूर्णिमा के बाद इस मास का आगमन होता है, जिसे “छोटा पितृ पक्ष” भी कहा जाता है। ज्योतिषियों के अनुसार, इस महीने में गंगा स्नान, पिंडदान, तर्पण और सूर्य देव को अर्घ्य देना अत्यंत शुभ माना गया है। ऐसा करने से पितृ दोष समाप्त होता है, और पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
पौष मास में रविवार का व्रत और सूर्य देव को चावल की खिचड़ी का भोग लगाने से तेज, बल, बुद्धि, और धन की प्राप्ति होती है। इस दौरान तामसिक भोजन और नकारात्मक आदतों से दूर रहकर धार्मिक नियमों का पालन करना चाहिए।
आज पंचांग के अनुसार, प्रतिपदा तिथि है, जो दोपहर 12:28 तक रहेगी। इसके बाद द्वितीया तिथि आरंभ होगी। मिथुन राशि में चंद्रमा का संचार रहेगा, और आद्र्रा नक्षत्र रात 1:14 तक प्रभावी रहेगा। विजय मुहूर्त दोपहर 2:07 से 2:49 तक शुभ कार्यों के लिए उपयुक्त है, जबकि राहुकाल सुबह 7:30 से 9:00 तक रहेगा।
पंचांग के प्रमुख विवरण
- विक्रम संवत: 2081
- शक संवत: 1946
- सूर्य स्थिति: दक्षिणायन
- ऋतु: हेमन्त
- अमृत काल: सुबह 7:07 से 8:24
- गोधूलि बेला: शाम 5:34 से 6:01