<p>घुमारवीं अस्पताल को कोविड 19 का अस्पताल बनाए जाने पर स्थानीय लोगों ने प्रशासन और सरकार के प्रति नराजगी जताई है और इस फैसले पर पुर्नविचार करने का आग्रह किया है । स्थानीय लोगों अपनी नराजगी जताते हुए कहा कि घुमारवीं अस्पताल में तीन विधानसभा क्षेत्रों के लोग निर्भर रहते हैं , अगर इस अस्पताल में कोरोना वायरस का कोई भी मरीज आ जाता है तो इस अस्पताल में ओपीडी बंद हो जाएगी जिससे आम जनता को परेशानी उठानी पड़ेगी ।</p>
<p>स्थानीय लोगों ने सुझाव दिया है इस कोविड सैंटर को कहीं दूसरे हास्पिटल मे बदला जाए, जहां पर ओपीडी कम हो या किसी खाली भवन में इसे तब्दील कर देना चाहिए । जिला प्रशासन को चाहिए कि आबादी वाली जगह का चयन करना कहां तक उचित है। प्रशासन को इसका ध्यान रखना चाहिए और लोगों की सहूलियत को भी दरकिनार नहीं करना चाहिए।</p>
समाचार फर्स्ट एजेंसी Washington: अमेरिका में ‘कम्प्यूटर इन्फॉर्मेशन सिस्टम’ की छात्रा ध्रुवी पटेल को ‘मिस…
Indira Ekadashi 2024 : हिंदू धर्म में आश्विन मास की पहली एकादशी व्रत का…
Shimla: राज्य मंत्रिमंडल की बैठक शुक्रवार दोपहर 12 बजे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की…
आज का राशिफल 20 सितम्बर 2024, शुक्रवार मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले,…
अब यात्रियों को मनाली-केलांग-लेह के बीच टैक्सियों में मंहगा सफर करना पड़ेगा Shimla :एचआरटीसी…
Hamirpur:जिला खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा किए गए चिकन की दुकानों के निरीक्षण में स्वच्छता…