Follow Us:

संधोल बस अड्डे के अधूरे कामों से जनता परेशान, करना पड़ता है घंटों इंतजार

संजय गुलेरिया, धर्मपुर |

दशकों से निर्माणाधीन बस अड्डा संधोल भले ही उच्च न्यायालय के आदेशों के बाद जनता को समर्पित कर दिया हो लेकिन नए नवेले बस स्टैंड के अधूरे कार्यों से जनता दुखी हो रही है। हालांकि कुछ सुविधाओं को अभी आम लोगों से फ़िलहाल दूर हैं क्योंकि अभी तक यंहा पर्याप्त स्टाफ़ की तैनाती भी नहीं हो पाई है। उद्घाटन के एक महीने बाद भी इस अड्डे में बुनियादी सुविधाओं का अभी भी काफी अभाव है। जहां प्रबंधन ने गर्मियों में यात्रियों के लिए पंखों की व्यवस्था तो फट से कर दी है वहीं लोगों को घंटों इंतजार करने के लिए एक कुर्सी या बेंच का इंतजाम तक नहीं हो पाया है, यात्री सर्दी में वहीं फर्श पर या इधर उधर समय व्यतीत करते हैं।

गौरतलब है कि यहां से विभिन्न जगहों के लिए बसों के आने जाने में काफी ज्यादा समय का अंतराल होने की वजह से कई बार एक से डेढ़ घंटे तक लोगों को इंतजार करना पड़ता है जिसमें खासकर मरीज व बुजुर्गों को परेशानी उठानी पड़ती है।

गत वर्ष नवंबर माह में उच्च न्यायालय के आदेश के बाद सरकार जागी और आनन फानन में इस अधूरे बस अड्डे का उद्धघाटन तो कर दिया गया लेकिन सुविधाओं का अभाव में व्यवस्था जस का तस बरकरार है।अभी ना तो स्थाई बिजली की व्यवस्था हुई है, न ही बस अड्डे के बीच के नाले पर लेंटर डालने का काम शुरू हो पाया और ना ही अड्डे की सुरक्षा दीवार लग सकी वहीं बसों के बिना बाधा के आवागमन के लिए व्यवस्था नहीं हो पाई है।

हालांकि प्रशासन ने कुछ अवैध कब्जे तो हटवा गए लेकिन राजनीतिक रसूख वाले लोगों के कब्जे हटवाने की हिम्मत प्रशासन नहीं दिखा पाया है।इस बारे में स्थानीय प्रबधंक सुरेश शर्मा ने बताया कि इस सम्बन्ध में मुख्यालय को अवगत करवा दिया है जंहा शीघ्र सभी नए बस अड्डों के लिए सामान ख़रीदने के लिए कमेटी गठित की गया है। शीघ्र यंहा यात्रियों की सुविधा के लिए सभी आवश्यक सुविधा जुटा ली जाएगी।