नगरोटा बगवां क्षेत्र के अंतर्गत एक ट्रांसपोर्टर से करोड़ों रुपए की ठगी के मामले में जिला कांगड़ा पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। व्यवसायी द्वारा इस मामले की एफआईआर नगरोटा बगवां थाने में दर्ज करवाने के उपरांत पुलिस ने बड़ी होशयारी से करोड़ों रुपए की ठगी के मुख्य आरोपी को गिफ्तार कर लिया है। जानकारी के अनुसार वर्ष 2017 में नगरोटा बगवां के उक्त ट्रांसपोर्टर ने फ्रूट ट्रेंडिंग कंपनी के नाम पर मुंबई के एक व्यक्ति के साथ डील की। डील के मुताबिक ट्रांसपोर्टर को 60 प्रतिशत का हिस्सेदार बनाने का ऑफर दिया गया तथा कंपनी के चालू हो जाने पर हिस्से के अतिरिक्त अच्छा खासा प्रॉफिट देने के सब्जबाग दिखाए गए, जिसमें कुछ स्थानीय लोग भी थे जिन्होंने भी थोड़ा बहुत पैसा उसमें इन्वैस्ट किया था। व्यवसायी उनके झांसे में आ गया था उसने अलग-अलग बैंकों से ऋण लेकर 13.85 करोड़ रुपए फ्रूट ट्रेडिंग कमानी में इन्वैस्ट कर दिए।
2017 से 2024 तक उक्त ट्रेडर ने व्यवसायी को एक पैसा भी नहीं लौटाया तथा अलग-अलग बहाने बनाकर व्यवसायी को टरकाता रहा। ट्रेडिंग से पैसे की वापसी न होने पर व्यवसायी द्वारा बैंकों की किस्तें नहीं दी जा सकी तथा इतने समय में करीब 9 करोड़ रुपए ब्याज पड़ गया। जिस कारण इस व्यवसायी पर ब्याज सहित सभी बैंकों की करीब 22 करोड़ रुपए की देनदारी हो गई है। व्यवसायी द्वारा काफी प्रयासों के उपरांत भी फ्रूट ट्रेडिंग कम्पनी में इन्वैस्ट किए गए करोड़ों रुपयों के वापस न मिलने के जब सभी रास्ते बंद हो गए तो व्यवसायी/ट्रांसपोर्टर पवन सोनी ने पुलिस थाना नगरोटा बगवां में 27 अप्रैल 2024 को एफआईआर दर्ज करवा दी।
एसपी कांगड़ा ने डीएसपी कांगड़ा अंकित शर्मा के नेतृत्व में एक टीम गठित की। पुलिस टीम ने मुख्य आरोपी को पकड़ने के लिए अपना जाल बिछाया तथा मुख्य आरोपी से सम्पर्क करके उसके साथ डील करने के बहाने उसे मुंबई से चंडीगढ़ बुलाया तथा बुधवार को पुलिस ने उसे चंडीगढ़ के एक 5 सितारा होटल से गिरफ्तार किया और नगरोटा बगवां थाने ले आई। जानकारी के अनुसार जिस कम्पनी के नाम पर व्यवसायी ने करोड़ों रुपए इन्वैस्ट किए वह फ्रॉड ही निकली।
डीएसपी कांगड़ा अंकित शर्मा ने बताया कि ठगी के मुख्य आरोपी को कांगड़ा न्यायालय में पेश किया जहां माननीय न्यायाधीश ने उसे 4 दिन का पुलिस रिमांड दिया है। पुलिस रिमांड के दौरान पुलिस आरोपी से गहन पुछताछ करेगी कि उसने कोरोड़ों रुपए कहा इन्वैस्ट किए हैं। इस ठगी में उसके साथ और कौन-कौन लोग शामिल हैं पुलिस उनका भी खुलासा पूछताछ में कर सकती है। इसके अतिरिक्त पुलिस उसकी सम्पत्तियों की भी जांच करेगी ताकि व्यवसायी को उसकी रकम वापस लौटाई जा सके।
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