विश्व के सबसे ऊंचे पोलिंग स्टेशन टाशीगंग में सहायक निर्वाचन अधिकारी हर्ष नेगी शुक्रवार को पहुंचे । इस दौरान यहां के स्थानीय मतदाताओं के साथ विशेष बैठक की। स्थानीय लोगों की मांगे सुनी। लोगों को लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव में मतदान करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। स्थानीय लोगों ने प्रशासन के पक्ष पर विचार करने का आश्वासन दिया है। बैठक में टाशीगंग गांव के लोक निर्माण विभाग के अस्थाई तौर पर काम करने वाले 13 पूर्व दैनिक वेतन भोगी मजदूर और उनके परिजन विशेष तौर पर मौजूद रहे । सहायक निर्वाचन अधिकारी हर्ष नेगी ने कहा कि स्थानीय लोगों के साथ साथ पूर्व दिहाड़ीदार मजदूरों के साथ बैठक की गई । उन्होंने प्रशासन के पक्ष में विचार करने का आश्वासन दिया है। हमने लोगों को बताया कि पूरी दुनिया में टाशीगंग में 100 प्रतिशत मतदान के लिए जाना जाता है। इस परंपरा को जीवित रखते हुए है एक फिर इतिहास रचते हुए लोकतंत्र को मजबूत करेंगे।
टशीगंग समुद्र तल से 15,256 फीट की ऊंचाई पर स्थित विश्व का सबसे ऊंचा मतदान केंद्र है। टाशीगंग शीत मरुथल के नाम से विख्यात लाहुल स्पीति जिले की स्पीति घाटी में स्थित है। साल में छह माह बर्फ से ढका रहता हैं। यहां आक्सीजन की कमी होती है।2019 से पहले विश्व का सबसे ऊंचा मतदान केंद्र लाहुल स्पीति जिले में स्थित हिक्किम था। लेकिन 2019 में टाशीगंग को मतदान केंद्र बना दिया गया।2019 के लोकसभा चुनाव में यहां 45 मतदाता थे। इनमें 27 पुरुष और 18 महिला मतदाता थे। मंडी संसदीय क्षेत्र के उपचुनाव में 48 मतदाता थे, जिनमें 29 पुरुष और 22 महिलाएं शामिल थीं। 2022 के विधानसभा चुनावों में 52 मतदाता थे इनमें 30 पुरुष और 22 महिलाएं हैं। इस बार भी यहां पर 52 मतदाता है।