हिमाचल

‘छः मील दुर्घटना की जांच कर पीड़ितों को मिले उचित मुआवजा’

भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष निहाल चंद शर्मा ने पंडोह के पास छः मील में भूस्खलन की चपेट में शुक्रवार की रात हुए कार हादसे में दो लोगों की मौत को पुलिस प्रशासन की लापरवाही करार दिया है। भाजपा ने इस हादसे की जांच मांगी है।

आरोप है कि यदि मौके पर पुलिस होती और समय रहते आल्टो कार चालक को पीछे रोक देती तो 5 साल की मासूम चिन्मय व उसकी मां जिसकी शनिवार रात को फोर्टीज चंडीगढ़ में मौत हुई, की जिंदगियां बच जाती। अभी भी इस हादसे में मृतक मासूम का पिता व 2 साल की बहन घायल हैं।

भाजपा अध्यक्ष ने इस हादसे  पर गहरा शोक प्रकट करते हुए कहा है कि ये घटना प्रशासन की घोर लापरवाही का नतीजा है। उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि मैंने स्वयं पांच दिन पूर्व यहां जाकर प्रशासन को आगाह किया था कि इस स्थान पर हररोज खतरा बढ़ता ही जा रहा है।

यहां एहतियातन कुछ दिन मलबा पूरी  तरह हटाने के लिए ट्रैफिक डायवर्ट किया जाए लेकिन दो दिन के अंदर ही छः गाड़ियों पर चटानें गिरी और दस लोग बुरी तरह जख्मी हुए और दुर्भाग्यवश दो लोगों की जान चली गई। यहां अगर सावधानी बरती गई होती और वाहनों को वाया चेलचौक या मोवीसेरी भेजा गया होता तो इस तरह लोगों की जान न जाती।

उन्होंने कहा कि इस मामले की गहनता से जांच होनी चाहिए और इस प्रभावित परिवार को भी उचित मुआवजा राशि दिलाई जाए। उन्होंने कहा कि दोनों वैकल्पिक मार्ग सुरक्षित हैं और यहां से कुछ दिन ट्रैफिक चालू करते तो मलबा उठाने में आसानी होती।

उन्होंने कहा कि आज इसी प्वाइंट पर जाम लगने से स्थानीय लोगों को तो परेशानी उठानी ही पड़ रही है जबकि पर्यटन को भारी नुक्सान पहुंचा है। आज  मनाली, लाहौल, मणिकर्ण, और बंजार घाटी में पर्यटन  गतिविधियां  ठप्प पड़ी हुई हैं। हजारों लोगों को रोजीरोटी का संकट पैदा हो गया है लेकिन सड़कें बंद होने से लोग परेशान हो रहे हैं।

कटौला मार्ग राज्य सरकार के अधीन है लेकिन यहां भी जगह जगह मलबा पड़ा है जिसे उठाने के लिए कोई प्रयास नहीं हो रहे हैं। लोक निर्माण मंत्री सिर्फ बयानों तक सीमित है और वे युद्धस्तर पर सड़कों की बहाली नहीं करवा पा रहे हैं। मंडी जिला में सड़कों को बहाली को भगवान भरोसे छोड़ा गया है जिससे लोग परेशान हैं।

सेब बहुल क्षेत्रों में सड़कों पर मलबा ही मलबा बिखरा है और जगह जगह स्लाइड गिर रहे हैं। उन्होंने  जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि पंडोह के पास छः मील वाले स्थान पर उच्च अधिकारी स्वयं निगरानी में काम करवाएं ताकि भविष्य में ऐसी घोर लापरवाही न हो।

वहीं उन्होंने जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि पिछले दो दिनों से जिला में जहां भी लोगों का भारी बरसात से नुकसान हुआ है उसका शीघ्र आकलन कर प्रभावितों को उचित मुआवजा दिलाया जाए क्योंकि बल्ह, नाचन, सराज, सरकाघाट, सुंदरनगर, करसोग, धर्मपुर, दरंग और सदर मंडी में भारी क्षति लोगों को पहुंची है।

Kritika

Recent Posts

ध्रोबिया में सड़क निर्माण से खुशी की लहर, पूर्व विधायक काकू ने दिया विकास का संदेश

Dhrobia village Development: कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र के चंगर क्षेत्र में विकास की एक नई कहानी…

14 hours ago

पर्यटन निगम को राहत: 31 मार्च तक खुले रहेंगे 9 होटल, हाईकोर्ट का फैसला

High Court decision Himachal hotels: हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट से राज्य सरकार और पर्यटन विकास निगम…

15 hours ago

एनसीसी दिवस: धर्मशाला कॉलेज में 75 यूनिट रक्तदान, नशा मुक्ति का संदेश

NCC Day Dharamshala College: धर्मशाला स्थित राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय (जीपीजीसी) में एनसीसी दिवस के उपलक्ष्य…

15 hours ago

शनिवार से कुंजम दर्रा यातायात के लिए पूरी तरह बंद , नोटिफिकेशन जारी

Kunzum Pass closed: हिमाचल प्रदेश के लाहौल और स्पीति जिले को जोड़ने वाला कुंजम दर्रा…

15 hours ago

महाराष्ट्र-झारखंड नतीजों के बीच शिमला में राहुल और सोनिया गांधी

Rahul Gandhi in Shimla: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केंद्र में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी…

16 hours ago

मां का खौफनाक कदम: दो बच्चों की हत्या कर खुदकुशी करनी चाही पर नहीं आई मौत

Mother murders children in Noida: उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले के बादलपुर थाना क्षेत्र…

16 hours ago