हिमाचल प्रदेश के ऊना ज़िला में बेटों के मुकाबले बेटियों का लिंगानुपात बहुत ही निराशाजनक है। इस लिंगानुपात को कम करने के लिए जिला प्रशासन ने एक अनोखी पहल शुरू की हैं। बेटियों का लिंगानुपात बेटों के बराबर करने के लिए हर व्यापारिक प्रतिष्ठान पर बेटियों के नाम की प्लेट और होर्डिंग्स लगाए जाएंगे।
बेटियों के चिंताजनक लिंगानुपात कम करने के लिए ऊना में प्रशासन ऐसे परिजनों को प्रोत्साहित करने के लिए नेम प्लेट के अलावा पांच हजार की राशि भी प्रदान करेगा। जिला ऊना में बेटियों के प्रति लोगों की मानसकिता में बदलाव लाने तथा केवल बेटियों वाले परिवारों को प्रोत्साहित करने के लिए ऊना उत्कर्ष के तहत जल्द ही दो योजनाएं शुरू की जाएंगी।
डीसी ऊना राकेश प्रजापति ने बताया कि ऊना उत्कर्ष के तहत शुरू की जाने वाली पहली योजना के तहत जिला के ऐसे परिवारों को उपायुक्त कार्ड जारी किया जाएगा जिनके परिवार में केवल बेटियां ही हैं। उन्होंने बताया कि उपायुक्त कार्ड होल्डर को जिला के सभी सरकारी कार्यालयों में उनकी समस्याओं के निदान को प्राथमिकता दी जाएगी।
ऐसे परिवारों को चिकित्सा संस्थानों में लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि उपायुक्त कार्ड होल्डर परिवार या व्यक्ति की अनदेखी करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी। जबकि दूसरी योजना के तहत जिला के दुकानदार या अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान अपनी दुकान या संस्थान का नाम अपनी बेटी के नाम पर रखते हैं तो जिला प्रशासन द्वारा जहां साईन बोर्ड बनाकर दिया जाएगा तो वहीं बतौर प्रोत्साहन पांच हजार रुपये की राशि भी दी जाएगी।
इन दस पंचायतों की होगी पड़ताल..
उपायुक्त ने बताया कि जिला में ऐसी 10 पंचायतों जिनमें सुकडियाल, नंगलखुर्द, जोल, छेत्रां, गोंदपुर जयचंद, गोंदपुर बुल्ला, मलूकपुर, बडसाला, छपरोह तथा शिवपुर की जांच की जाएगी जिनमें कन्या जन्म दर सबसे कम रही है। इन पंचायतों में कम कन्या जन्मदर को लेकर सीएमओ एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी वाली कमेटी द्वारा जांच भी करवाई जाएगी तथा विभिन्न कारणों का पता लगाया जाएगा। उन्होने कहा कि आने वाले समय में पांचवी से छठी कक्षा में शत प्रतिशत लड़कियों के दाखिला के लक्ष्य को हासिल करने वाले स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से नकद राशि देकर सम्मानित भी किया जाएगा।