लोकसभा से राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने को लेकर कांग्रेस पार्टी देश भर में आंदोलनरत है और इसके पीछे केंद्र की भाजपा सरकार पर षड्यंत्र रचने के आरोप लगा रही है. जिसको लेकर भाजपा नेताओं ने भी अब कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
शिमला में पूर्व भाजपा हिमाचल प्रभारी व वरिष्ठ अधिवक्ता सत्यपाल जैन ने प्रेस वार्ता कर कहा है कि राहुल गांधी न्याय, संविधान और कानून का अपमान कर रहे हैं और धरने प्रदर्शन करके लोगों को गुमराह करने की कोशिश की जा रही है.
सत्यपाल जैन ने कहा कि देश संवैधानिक नियमों और कायदे कानून से चलता है. राहुल गांधी को सूरत के कोर्ट के सजा सुनाई गई है. जिसके बाद उनकी लोकसभा सदस्यता रद्द हुई है इसमें केंद्र की भाजपा सरकार का कोई लेना देना नहीं है.
कांग्रेस पार्टी इसको राजनीतिक मुद्दा बनाने में लगी है संविधान का अपमान किया जा रहा है. संसद में आज तक कभी भी किसी सांसद ने काले कपड़े पहन कर विरोध नहीं किया. लेकिन कांग्रेस के सांसद ने संविधान की धज्जियां उड़ाकर संसद में प्रदर्शन किया.
राहुल गांधी न तो माफी मांग रहे और न ही फैसले के खिलाफ़ ऊपरी अदालतों में अपील कर रहे हैं. जो कि संविधान ने अधिकार दिया है. पिछले 9 साल से कांग्रेस सत्ता से बाहर है और इसी बौखलाहट में लोगों को गुमराह करने का काम कर रही है. जिसका जनता ने 2014, 2019 में जवाब दिया है और 2024 में भी जनता कांग्रेस को जवाब देगी.
वहीं सत्यपाल जैन ने कहा कि देश के संविधान में कहीं भी सीपीएस के पद को संवैधानिक दर्जा नहीं दिया है यह संविधान के खिलाफ है. हिमाचल प्रदेश सरकार ने भी असंवैधानिक निर्णय लेते हुए सीपीएस बनाए हैं.