केंद्रीय रेल राज्य मंत्री राजेन गोहेन ने शिमला से बीजेपी सांसद वीरेंद्र कश्यप के सवाल के जवाब में लोकसभा में बताया कि हिमाचल में रेल नेटवर्क को सुदृढ़ करने के लिए चार रेल परियोजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि भारतीय रेलवे इस समय 6769 करोड़ की लागत की 63 किलोमीटर लंबी भानुपल्ली-बिलासपुर-बेरी रेलवे लाइन, 3044 करोड़ लागत की 50 किमी लंबी ऊना-हमीरपुर रेलवे लाइन, 1540 करोड़ लागत की 33 किलोमीटर लंबी चंडीगढ़-बद्दी रेलवे लाइन और 2528-49 करोड़ लागत की 112 किलोमीटर लंबी नंगल डैम-तलवाड़ा रेलवे लाइन के निर्माण पर कार्य कर रहा है।
उन्होंने बताया कि ऊना-हमीरपुर रेलवे लाइन के निर्माण कार्य को बजट प्रावधान में शामिल कर लिया गया है। केंद्रीय रेल राज्य मंत्री ने बताया कि सिखों के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल पांवटा साहिब को रेल नेटवर्क से जोडऩे के लिए दो सर्वे किए गए हैं। घनौली से बद्दी, नालागढ़, जगाधरी, सूरजपुर, कालाअंब और पांवटा साहिब होते हुए देहरादून रेलवे लाइन के पहले सर्वे में 216 किलोमीटर लंबी इस लाइन की कुल लागत 3746 करोड़ आंकी गई थी।
कम ट्रैफिक तथा ऊंची लागत के कारण इस लाइन पर कार्य शुरू नहीं किया गया। पेहोवा से जगाधरी, यमुना नगर होते हुए पांवटा साहिब को जोडऩे के लिए किए 145 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन की कुल निर्माण लागत 1954 करोड़ आंकी गई है। इसकी तकनीकी और आर्थिक व्यवहारिकता के पहलुओं पर विचार किया जा रहा है।