शिमला, हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश हो रही है. जिसके चलते सामान्य जनजीवन अस्त-वयस्त हो रहा है. हिमाचल प्रदेश में बरसात का आना मानो आफत का आना. सिरमौर, शिमला, मंडी, कांगड़ा, बिलासपुर और सोलन जिलों में भारी बारिश हुइ है. बारिश का दौर जारी रहने से राज्य में नदी-नाले उफान पर हैं. राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में बादल फटने व भूस्खलन की घटनाओं से जान-माल का भारी नुक्सान हो रहा है.
पिछले 48 घंटो के दौरान बारिश हादसों में आठ लोगों की मौत हुई है. बिलासपुर में पानी के सैलाब में बहने, सोलन, चंबा व शिमला में सड़क दुर्घटनाओं, मंडी की खाई में कार गिरने व ऊना जिला में सर्पदंश से एक-एक व्यक्ति की जान गई हैं। वहीं सिरमौर जिला में करंट और सर्पदंश से दो मौतें हुई हैं. इसके अलावा भूस्खलन से प्रदेश भर में 49 सड़कें बाधित हैं। चंबा में सबसे ज्यादा 35, बिलासपुर 1, कुल्लू 10,लाहौल-स्पीति में दो व शिमला में एक सड़क बन्द है. कुल्लू में 13 ट्रांसफार्मर ठप रहे. इसके अलावा चंबा जिला में 9 पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हुई है.
मौसम विभाग ने 13 जुलाई तक हिमाचल के मैदानी व मध्यपर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी दी है. लाहौल- स्पीति और किन्नौर जिलों को छोड़कर शेष 10 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है. विभाग ने स्थानीय लोगों व पर्यटकों को नदी-नालों के नजदीक न जाने का सलाह दी है.
सिरमौर जिला के धौलाकूआं में सबसे ज्यादा 121 मिमी बारिश हुई है. कांगड़ा में 54, उना में 35, पालमपुर में 32, नाहन में 19, डल्हौजी में 12, शिमला में 5 और सुंदरनगर में 3 मिमी बारिश दर्ज की गई है. वहीं बीते 24 घंटों के दौरान नाहन में 65 मिमी बारिश दर्ज की गई. कसौली में 35, कोटखाई में 25, भरमौर में 19, गग्गल में 18 और शिमला में 14 मिमी बारिश हुई है. लिहाजा, हिमाचल में भी नदी नालों और संदिग्घ भौगोलिक इलाकों से दूर रहें. बाकी हिमाचल के साथ-साथ देश दुनिया की खबरों के लिए हमारी वेबसाइट समाचार फर्स्ट का रुख कर सकते हैं. साथ ही साथ यू-ट्यूब पर भी हमारी बेस्ट रिपोर्ट देख सकते हैं.