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शिमला में निकाली रैली,गोबर खाली डब्बे लेकर किया प्रदर्शन

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कांग्रेस सरकार के 1 साल का कार्यकाल पूरा होने पर एक तरफ जहां कांग्रेस धर्मशाला में जश्न मना रही है वही भाजपा प्रदेश भर में कांग्रेस के 1 साल के कार्यकाल को आक्रोश दिवस के रूप में मना रही है। प्रदेश के 10 जिलों में भाजपा सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रही है ।

राजधानी शिमला में धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया जहां पर कांग्रेस के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल,नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर सहित कई बड़े नेता इस प्रदर्शन में शामिल हुए इस दौरान खासकर महिलाएं गोबर और खाली डिब्बे लेकर प्रदर्शन करती नजर आई और सरकार से महिलाओं को 1500 देने की गारंटी पूरी करने की मांग करती नजर आई। भाजपा के कार्यकर्ताओं द्वारा सीटीओ पर प्रदर्शन करने के बाद शेरे पंजाब तक आक्रोश रैली निकाली।

इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कांग्रेस के 1 साल के कार्यकाल को कुशासन का कार्यकाल करार देते हुए कहा कि इस 1 साल में प्रदेश में चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है महंगाई आसमान छू रही और 1 साल के कार्यकाल में ही 900 से अधिक संस्थाओं को बंद कर दिया गया।

यही नहीं प्रदेश में आई आपदा में हजारों लोग बेघर हुए 500 लोगों की जान त्रासदी में चली गई बावजूद इसके कांग्रेस सरकार आज 1 साल का जश्न मना रही है। जबकि सरकार ने जश्न मनाने जैसा एक भी काम 1 साल में नहीं किया है इसको देखते हुए भी कांग्रेस के आला नेता इस रैली में नहीं पहुंचे हैं और उन्हें भी यही लग रहा था कि हिमाचल कांग्रेस सरकार ने 1 साल में कोई बड़ी उपलब्धि नहीं की है कांग्रेस सरकार सरकारी खजाने से प्रदेश में जश्न मना रही है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने भी कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा की सीपीएस की गैर-कानूनी नियुक्ति, कैबिनेट रैंक पर अनेकों की नियुक्ति, होर्डिंग व पब्लिसिटी पर भारी व्यय और गरीब जनता पर टैक्स की मार। कांग्रेस पार्टी और भ्रष्टाचार दोनों पर्यायवाची बन चुके हैं। उन्होंने कहा की विकास हुआ ठप, जनता त्रस्त।

पिछले 1 साल में कांग्रेस की वर्तमान सरकार ने 1050 संस्थान बंद कर दिए, सड़कों के निर्माण कार्य रोक दिए , सैकड़ो में ऐसे पुल है जो बनने शुरू हो गए थे उनका कार्य भी रोक दिया गाय। सुख की सरकार का वादा करने वाली सरकार ने हिमाचल प्रदेश में हर वर्ग को दुख देने का कार्य किया है, महिलाओं को 1500 रु प्रतिमाह नहीं प्राप्त हुए,

बेरोजगारों को रोजगार नहीं प्राप्त हुआ, पहली कैबिनेट में नौकरी नहीं मिल पाई, किसान अपनी फसलों का दाम तय नहीं कर पाए, यह सरकार गोबर नहीं खरीद पाए, दूध नहीं खरीद पाई , सरकार द्वारा जन कल्याणकारी योजनाओं पर रोक लगाई गई इस सरकार में केवल दुख दुख और दुख है।