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RCB ने 18वें सीजन में पहली बार IPL ट्रॉफी जीतकर इतिहास रच दिया
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विराट कोहली के नेतृत्व और जुनून ने पूरे फैनबेस को भावुक कर दिया
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क्रिस गेल और एबी डिविलियर्स के साथ विराट का जश्न बना यादगार लम्हा
आईपीएल 2025 का इतिहास बदल गया, जब रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने 18 सीजन बाद पहली बार आईपीएल ट्रॉफी जीत ली। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में हुए फाइनल मुकाबले में RCB ने पंजाब किंग्स को 6 रन से हराकर खिताब अपने नाम किया। टीम ने इस सीजन में लगातार 5 मैच बैक टू बैक जीतकर न सिर्फ सेमीफाइनल में एंट्री ली, बल्कि पूरे टूर्नामेंट में अपने खेल से सबका दिल जीत लिया।
इस जीत का सबसे इमोशनल पहलू रहा विराट कोहली की यात्रा और भावनाएं। दरअसल विराट सिर्फ जीत नहीं रहे थे, वे अपने अधूरे सपनों को फिर से जिंदा कर रहे थे। स्टेडियम उनकी हर शॉट पर गूंज रहा था, फैंस की आंखों में आंसू थे और विराट खामोशी से खड़े होकर, जैसे यह कह रहे थे: “मैं हार नहीं सकता, क्योंकि मैं सिर्फ अपने लिए नहीं, तुम सबके लिए खेलता हूं।”
जब वे आखिरी बार पिच पर आए तो ऐसा लगा जैसे पूरी RCB उनके साथ बैटिंग कर रही हो।
RCB ने इस सीजन में कुल 11 मैच जीते और हर जीत में कोई न कोई नया हीरो सामने आया। टीम की बॉलिंग हो या बैटिंग – रणनीति रोल बेस्ड थी। कप्तान रजत पाटीदार की कप्तानी में टीम ने घर से बाहर खेले 10 में से 9 मैच जीते। खास बात यह रही कि इस सीजन में 9 अलग-अलग प्लेयर ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ बने, जिससे टीम की गहराई और संतुलन का पता चलता है।
विराट कोहली का सफर इस जीत के साथ एक पौराणिक कथा में तब्दील हो गया। उन्होंने बताया, “मेरा दिल और आत्मा RCB के लिए हैं। जब तक IPL खेलूंगा, RCB के लिए ही खेलूंगा। आज की रात एक बच्चे की तरह चैन की नींद सोऊंगा।” उनके आंखों से निकले आंसू सिर्फ ट्रॉफी के नहीं थे, वो वफ़ा, यकीन और जुनून के थे। उन्होंने हमें सिखाया कि जब पूरी दुनिया हंस रही हो, तब भी खुद पर यकीन कैसे रखा जाता है।
इस जीत के बाद क्रिस गेल, एबी डिविलियर्स और विराट कोहली का साथ में जश्न मनाना हर RCB फैन के लिए एक सपना पूरा होने जैसा था। डिविलियर्स ने मैदान पर RCB की टीशर्ट पहन ली और गेल ने विराट को गले लगाकर हवा में उठा लिया। विराट ने बताया कि उन्होंने फाइनल से पहले ही एबी से कहा था, “आज का मैच तुम्हारा है, और आज हम साथ जश्न मनाएंगे।”
इस जीत ने न केवल ट्रॉफी दी, बल्कि विराट कोहली को उनकी वफ़ादारी का इनाम, और हर फैन को सालों की दुआओं का जवाब भी मिला। इस सफर ने साबित कर दिया कि ट्रॉफी भले एक वस्तु हो, लेकिन वफ़ा उससे कहीं बड़ी भावना होती है, और विराट कोहली उसका सबसे खूबसूरत उदाहरण हैं।