रोहतांग दर्रा आज से वादनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है। दर्रे के बंद होने से 6 महीनों के लिए लाहौल-स्पीति का संपर्क बाकी दुनिया से कट जाएगा। आपात स्थित में लोगों को हेलीकॉप्टर का सहारा लेना होगा। हालांकि दर्रे पर अभी बर्फबारी नहीं हुई है। जिसके चलते अभी वाहन दर्रे के आर-पार हो रहे हैं। अगर दर्रे पर बर्फ गिरती है तो मार्ग बहाल न होने से परेशानी उठानी पड़ सकती है।
इसी को देखते हुए अटल बिहारी पर्वतारोहण संस्थान ने भी मनाली के मढ़ी और लाहौल के कोकसर में पैदल यात्रियों के लिए बचाव चौकियां स्थापित कर ली हैं। दोंनों बचाव चौकियों में 9-9 कर्मचारियों को तैनात किया गया है। बचाव दल में पर्वतारोहण संस्थान के प्रशिक्षक, पुलिस के जवान, स्वास्थ्य विभाग से पैरा मैडीकल स्टाफ, रसोइए और हैल्पर आदि तैनात किए गए हैं।
रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद दर्रा पार करें
बता दें कि बचाव चौकियां 2 चरणों में स्थापित की जाएंगी। प्रथम सत्र में 31 दिसम्बर तक बचाव चौकियां कार्य करेंगी और दूसरे सत्र में 15 मार्च से 15 मई 2018 तक पैदल यात्रियों के लिए बचाव चौकियां स्थापित होंगी। पैदल रोहतांग दर्रा पार करने वाले लोगों को बचाव चौकियों में अपना रजिस्ट्रेशन करने के बाद ही रोहतांग दर्रा पार करना चाहिए। ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत बचाव चौकियां उनकी मदद कर सकें। वहीं, लाहौल स्पीति के डीसी देवा सिंह नेगी ने कहा है कि दर्रा पार करने वाले लोगों को मौसम के मद्देनजर सतर्क रहना चाहिए।