<p>दुनिया की सबसे ऊंची रोहतांग सुरंग के दोनों सिरे एक दूसरे के साथ जुड़ गए हैं। रोहतांग सुरंग 8.8 किमीमीटर लंबी है। इस सुरंग सुरंग को समुद्र तल से 13,300 फीट ऊपर की ऊंचाई पर बनाया है। इस सुरंग के निर्माण में यह 7 साल का समय लगा है। इस सुरंग का निर्माण कार्य 2010 में बीआरओ द्वारा शुरू किया गया था।</p>
<p>13,300 फुट की ऊंचाई पर बनने वाली रोहतांग सुरंग, श्रीनगर-कारगिल-लेह राजमार्ग के लिए वैकल्पिक संपर्क की दिशा में एक कदम है। इससे मनाली-लेह राजमार्ग पर सड़क की दूरी लगभग 48 किलोमीटर कम हो जाएगी और यात्रा समय में चार घंटे की कमी आएगी। प्रतिदिन करीब 1,500 भारी वाहन और 3,000 हल्के वाहन 80 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से सुरंग पार कर सकते हैं।</p>
<p>करीब 2200 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली यह सुरंग ना केवल सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि लाहौल और पांगी घाटी में रहने वाले लोगों का लंबे समय देखा जा रहा सपना भी पूरा होने वाला है। हालांकि, यह आम जनता और वाहनों की आवाजाही के लिए वर्ष 2019 में खोला जाएगा।</p>
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