Categories: हिमाचल

विद्यार्थियों के जीवन को बेहतर बनाने में शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण: राज्यपाल

<p>राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने राजभवन में कोचिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (सीएफआई) की एक सामाजिक पहल &lsquo;साथी हाथ बढ़ाना&rsquo; के ई-उद्घाटन के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अध्यक्षता की । इस मौके पर उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के जीवन को बेहतर बनाने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है और वे अनुशासन, समर्पण और आदर्शों की स्थापना करके विद्यार्थियों को प्रेरित कर सकते हैं।&nbsp;</p>

<p>राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा का कार्य केवल शिक्षण ही नहीं है, शिक्षण के बाद भी इसकी सार्थकता है। यह बच्चे के विचार कौशल का विकास, उन्हें अपने उज्ज्वल भविष्य के निर्माण और राष्ट्र के विकास में योगदान स्वरूप सहायता करने के लिए भी प्रेरित करती है। लंबे समय तक कोचिंग संस्थानों ने विद्यार्थियों की आकांक्षाओं को पूरा करने में सहायता की है। अधिकतम विद्यार्थी अपने शिक्षकों और कोचिंग संस्थानों को अपनी सफलता का श्रेय देते हैं, क्योंकि उनके द्वारा प्रदान किए गए ज्ञान का उपयोग करके ही उन्होंने सफलता की नई ऊंचाइयां छूई हैं।</p>

<p>उन्होंने कहा कि बहुत से गरीब विद्यार्थियों ने शिक्षा की सीढ़ी से अपने सपनों को साकार किया है। उन्होंने कोचिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया को गरीब विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए इस सामाजिक पहल और उनके सपने साकार करने के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि &lsquo;साथी हाथ बढ़ाना&rsquo; कोचिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया की एक बेहतरीन सामाजिक पहल है विशेषतः जब यह पर्याप्त साधनों के अभाव में संघर्ष करते हुए भी भविष्य बनाने के लिए मेहनत कर रहे बच्चों पर केन्द्रित हो। उन्होंने कहा कि फेडरेशन द्वारा 1000 विद्यार्थियों को निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदान करना एक सराहनीय कार्य है। उन्होंने कहा कि अधिकतम स्मरण मातृभाषा माध्यम में ही होता है इसलिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मातृभाषा में शिक्षण कार्य किए जाने पर बल दिया गया है।</p>

<p>राज्यपाल ने सीएफआई और पेडागोगी एंडरॉयड एप्लीकेशन के माध्यम से स्कूली शिक्षा और कोचिंग के क्षेत्र में आई डिजिटल क्रांति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इनके माध्यम से हमारे देश के दूरदराज के क्षेत्रों में भी पाठ्यक्रम उपलब्ध करवाए जा रहे हैं और इनके द्वारा छोटे और मध्यम कोचिंग संस्थानों को ऑनलाइन और रिकॉर्डिड कक्षाएं, टेस्ट और असाइनमेंट उपलब्ध करवाने के लिए निःशुल्क तकनीकी वातावरण उपलब्ध करवाया जा रहा है। यह संस्थानों को वर्तमान महामारी के समय में कार्य करने और विद्यार्थियों को सर्वोत्तम तकनीक के माध्यम से चिंतामुक्त ऑनलाइन कक्षाएं लगाने में भी सहायक सिद्ध होगा।</p>

<p>उन्होंने कहा कि इस महामारी के दौरान ऑनलाईन शिक्षा न केवल सहायक सिद्ध होगी बल्कि भविष्य में भी इसकी अपार संभावनाएं हैं। यह देश के प्रत्येक कोने में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुंचाने में सहायक सिद्ध होगी। भारत युवाओं का देश है और युवाओं की क्षमता को पहचान कर हम विश्व शक्ति बन सकते हैं। भारत को कुशल और शिक्षित करने में तकनीक की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।<br />
&nbsp;</p>

Samachar First

Recent Posts

Himachal Non-Board Exam Dates: जानें छठी और सातवीं की पूरी डेटशीट

Himachal Non-Board Exam Dates: हिमाचल प्रदेश के विंटर वैकेशन स्कूलों में नॉन बोर्ड कक्षाओं की…

49 minutes ago

मंगलवार और शनिवार के उपाय: कर्ज से मुक्ति के जानें चमत्कारी समाधान

कर्ज मुक्ति के उपाय: आज के दौर में हर व्यक्ति किसी न किसी समस्या से…

2 hours ago

मंगलवार के दिन किस राशि को मिल सकती है सफलता

दैनिक राशिफल (25 नवंबर 2024): चंद्रमा की गणना और खगोलीय स्थिति पर आधारित दैनिक राशिफल…

2 hours ago

शीतकालीन सत्र से पहले मंत्रिमंडल में बड़े फेरबदल की तैयारी,मंत्रियों के विभागों में भी बदलाव होंगे

Himachal Cabinet Reshuffle: हिमाचल प्रदेश में मंत्रिमंडल में फेरबदल की चर्चाएं तेज हो गई हैं।…

2 hours ago

गगल एयरपोर्ट विस्तार: हाईकोर्ट ने प्रभावितों को भूमि से न हटाने का आदेश

Gaggal Airport Expansion Case : हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने गगल हवाई अड्डे के विस्तारीकरण मामले…

14 hours ago

दडूही पंचायत के ग्रामीण बोले, “नगर निगम में शामिल नहीं होना चाहते”

Himachal Villagers Protest Tax Burden: हमीरपुर जिले की दडूही पंचायत के  ग्रामीण सोमवार को उपायुक्त…

17 hours ago