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‘आपदा से क्षतिग्रस्त पेयजल योजनाओं को दरुस्त करने के लिए 61 करोड़ रुपए जारी’

डेस्क |

कांगड़ा: उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कांगड़ा ज़िला के अपने प्रवास के दूसरे दिन नूरपुर तथा ज्वाली विधानसभा क्षेत्र में बरसात व भूस्खलन से हुए नुकसान का जायजा लिया। इस मौके पर कृषि व पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार तथा पूर्व विधायक अजय महाजन भी उनके साथ रहे।

उपमुख्यमंत्री ने इस दौरान नूरपुर के लदोड़ी, मिंझग्रां तथा ज्वाली विधानसभा क्षेत्र के रजोल, बाड़ा में भूस्खलन के कारण जमींदोज तथा क्षतिग्रस्त हो चुके मकानों का जायजा लिया। उन्होंने प्रभावित परिवारों से बात करते हुए कहा कि इस बरसात में कई लोगों की जीवन भर की पूंजी पानी में बह गई और उनके आशियानें टूट गए हैं जिसका बहुत दुख है।

उन्होंने लोगों से कहा कि वे इस कठिन समय में अपना धैर्य बनाए रखें। उन्होंने बताया कि भूस्खलन के कारण जो लोग भूमिहीन हो गए हैं उन्हें राज्य सरकार भूमि आबंटित करने के साथ मकान बनाने में भी सहयोग करेगी।

उपमुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में पेयजल योजनाओं को सुचारू बनाने के लिए जलशक्ति विभाग को 61 करोड़ रुपए की राशि जारी की जा चुकी है। जिसमें से 15 करोड़ रुपए कांगड़ा ज़िला के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल योजनाओं को सुचारू बनाने के लिए आबंटित किये गए हैं। उन्होंने बताया कि अधिकतर पेयजल योजनाओं को बहाल कर दिया है। लेकिन कुछ योजनाएं जो अभी तक पानी में डूबी हैं वहां पर विभाग द्वारा लोगों को टैंकरों के माध्यम से पेयजल उपलब्ध करवाया जा रहा हैं ।

उन्होंने नूरपुर विधानसभा क्षेत्र की पुंदर पंचायत के भेड खड्ड गांव के 5 परिवारों, जबकि ज्वाली विधानसभा क्षेत्र की रजोल पंचायत के अनूही गांव के तीन तथा नियांगल पंचायत के एक परिवार को एक-एक लाख रुपए की नगद राहत राशि वितरित की।

मुकेश अग्निहोत्री ने लदोड़ी में प्रशासन द्वारा बनाए गए राहत शिविर में रह रहे लोगों से मुलाकात की। उन्होंने प्रशासन को इन परिवारों के खानपान और रहन सहन की उचित व्यवस्था सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए।

उन्होंने ज़िला प्रशासन को प्रभावित परिवारों को एक-एक लाख रुपए की राहत राशि शीघ्र जारी करने के अतिरिक्त भूमिहीन हो चुके लोगों को भूमि की तलाश करने के भी निर्देश दिए ताकि उनका स्थाई पुनर्वास सुनिश्चित हो सके।

इससे पहले, उन्होंने नूरपुर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि इस त्रासदी से एचआरटीसी प्रबंधन को भी भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। आपदा से सड़कों के अवरूद्ध होने से निगम के कई रूट प्रभावित होने के साथ कई जगह वर्कशॉप को भी नुकसान पहुंचा है जिससे निगम को लगभग 45 करोड़ का वित्तीय घाटा हुआ है।

उन्होंने बताया कि 643 करोड़ रुपए की नूरपुर क्षेत्र की फिन्ना सिंह सिंचाई परियोजना पर राज्य सरकार द्वारा अब तक 300 करोड़ रुपए व्यय किये जा चुके हैं। जबकि 343 करोड़ रुपए की शेष राशि जारी करने की केंद्र सरकार ने सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान कर दी है। उन्होंने बताया कि ज्वाली विधानसभा क्षेत्र की सुखाहार सिंचाई परियोजना का मामला केंद्र सरकार को भेजा गया है जिसकी शीघ्र मंजूरी मिलने की संभावना है।

अग्निहोत्री ने इस आपदा में प्रदेश के अधिकारियों तथा कर्मचारियों द्वारा जनजीवन को सामान्य बनाने एवम जरूरी सुविधाओं को बहाल करने के लिए दिन रात मेहनत करने के लिए उनकी पीठ थपथपाई।

इसके बाद, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री तथा कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने कोटला विश्राम गृह में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की 79वीं जयंती पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किए।